भारत अब वैश्विक व्यापारिक साझेदारी के विस्तार की दिशा में तेज़ी से कदम बढ़ा रहा है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को बताया कि भारत ओमान, चिली, पेरू, अमेरिका और यूरोपीय संघ सहित कई देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) पर सक्रिय रूप से बातचीत कर रहा है।
दोहा में एक व्यावसायिक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए गोयल ने कहा कि भारत अब विकसित देशों के साथ नए व्यापारिक अवसरों की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, “वर्तमान में भारत ओमान, यूरोपीय संघ, अमेरिका, चिली, पेरू, न्यूजीलैंड और यूरेशिया जैसे देशों के साथ एफटीए पर चर्चा कर रहा है। इन देशों ने भी भारत के साथ समझौते को लेकर अपनी रुचि दिखाई है।”
गोयल की यह यात्रा भारत और कतर के बीच व्यापार और निवेश संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से की गई है। हाल ही में उन्होंने न्यूयॉर्क में अमेरिकी अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की थी, जहां दोनों देशों ने एक पारस्परिक रूप से लाभकारी द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर सहमति की दिशा में बातचीत जारी रखने का निर्णय लिया।
इस बैठक के दौरान गोयल ने अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि जेमीसन ग्रीर और भारत में अमेरिका के मनोनीत राजदूत सर्जियो गोर से मुलाकात की। ये चर्चाएं ऐसे समय हुईं जब अमेरिका ने रूसी तेल खरीद को लेकर भारतीय माल पर अतिरिक्त 25 प्रतिशत टैरिफ और जुर्माना लगाया था, जिससे कुल आयात शुल्क 50 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
दोनों देशों के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर पांच दौर की वार्ताएं हो चुकी हैं और इसका पहला चरण 2025 की शरद ऋतु तक पूरा करने की योजना है। इस समझौते का लक्ष्य वर्तमान 191 अरब डॉलर के व्यापार को बढ़ाकर 2030 तक 500 अरब डॉलर से अधिक तक पहुंचाना है।
अमेरिका लगातार चौथे वर्ष भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बना हुआ है। वित्त वर्ष 2024-25 में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 131.84 अरब डॉलर तक पहुंचा, जिसमें भारत से अमेरिका को 86.5 अरब डॉलर का निर्यात हुआ। भारत के कुल निर्यात में अमेरिका की हिस्सेदारी लगभग 18 प्रतिशत और आयात में 6.22 प्रतिशत रही है।