अंतर्राष्ट्रीय मंदिर सम्मेलन और एक्सपो (ITCX) 2025 कल यानी सोमवार 17 से आंध्र प्रदेश में शुरू होने वाला है जो 19 फरवरी चलेगा. तिरुमला में इस भव्य आयोजन की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं. हवन और पूजन की शुरुआत हो चुकी है. खास बात ये है कि इस कार्यक्रम में तीन राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होने वाले हैं. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू इस महत्वपूर्ण आयोजन में मौजूद रहेंगे.
इसके साथ ही अयोध्या के स्वामी आनंदगिरि महाराज, आशिष शेलार, प्रविण दरेकर, और आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी भी इस कन्वेंशन के उद्घाटन में शामिल होंगे. यह कार्यक्रम अंत्योदय प्रतिष्ठान और महाराष्ट्र टूरिज्म के संयुक्त सहयोग से आयोजित किया जा रहा है. लोगों में इस आयोजन को लेकर काफी उत्साह है.
दुनिया के 1,887 मंदिरों की होगी भागीदारी
मुंबई बीजेपी के विधानपरिषद सदस्य प्रसाद लाड की अध्यक्षता में यह दूसरा अंतरराष्ट्रीय टेंपल कन्वेंशन आंध्र प्रदेश में हो रहा है, जिसमें दुनिया के 1,887 मंदिरों की भागीदारी होगी. इस आयोजन में मंदिर प्रबंधन, अर्थव्यवस्था, सामाजिक कार्य और भीड़ नियंत्रण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर गहन मंथन किया जाएगा. ITCX 2025 हिंदू, सिख, बौद्ध और जैन संस्थानों को एकजुट करेगा. इस वैश्विक आयोजन में मंदिर प्रबंधन के नवीन दृष्टिकोणों और सर्वोत्तम प्रथाओं पर चर्चा की जाएगी, जिसमें टिकाऊ पारिस्थितिकी तंत्र, डिजिटलीकरण और मंदिर-आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ाने की रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
मंदिर संचालन की विस्तृत श्रृंखला पर होगी चर्चा
इस दौरान मंदिर संचालन की एक विस्तृत श्रृंखला पर चर्चा की जाएगी, जिसमें फंड प्रबंधन और भीड़ नियंत्रण से लेकर स्थिरता और सुरक्षा प्रोटोकॉल तक शामिल हैं. कार्यक्रम में AI, डिजिटल टूल और फिनटेक समाधानों के जरिए से मंदिर प्रबंधन को आधुनिक बनाने पर खास जोर दिया जाएगा. मुख्य फोकस क्षेत्रों में लंगर और खाद्य वितरण प्रणाली, अपशिष्ट प्रबंधन और कानूनी अनुपालन शामिल हैं. चर्चाओं में चिकित्सा सहायता, शैक्षिक कार्यक्रम और धर्मार्थ पहल जैसी आवश्यक सामुदायिक सेवाओं को भी शामिल किया जाएगा. इन सभी का उद्देश्य अधिक कुशल और सामाजिक रूप से प्रभावशाली मंदिर पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है.