तिरुवनंतपुरम। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मंगलवार को राज्य विधानसभा के विशेष सत्र में घोषणा की कि केरल अब भारत का पहला ऐसा राज्य बन गया है जिसने अत्यधिक गरीबी का उन्मूलन कर दिया है। यह ऐतिहासिक घोषणा राज्य स्थापना दिवस (केरल पिरवी दिवस) के अवसर पर की गई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह उपलब्धि राज्य सरकार के सतत विकास प्रयासों, सामाजिक कल्याण योजनाओं और गरीबों को मुख्यधारा से जोड़ने वाली नीतियों का परिणाम है।

आज शाम होगी औपचारिक घोषणा
विजयन शाम 5 बजे तिरुवनंतपुरम के सेंट्रल स्टेडियम में आयोजित एक सार्वजनिक समारोह में इस उपलब्धि की औपचारिक घोषणा करेंगे। इस अवसर पर राज्य के सभी मंत्री मौजूद रहेंगे, जबकि विपक्ष के नेता को भी कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है। समारोह में फिल्म अभिनेता कमल हासन, ममूटी और मोहनलाल विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगे।


गरीबों के लिए व्यापक कल्याण योजनाएं
मुख्यमंत्री ने बताया कि अत्यधिक गरीबी उन्मूलन मिशन के तहत राज्य सरकार ने ₹1,000 करोड़ से अधिक का निवेश किया है। इस योजना से अब तक 20,648 परिवारों को प्रतिदिन भोजन सुनिश्चित कराया गया है, जिनमें से 2,210 परिवारों को पका हुआ भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।

इसके साथ ही 85,721 लोगों को आवश्यक चिकित्सा सहायता और दवाएं दी गईं, जबकि हजारों परिवारों को आवास सहायता प्रदान की गई है। अब तक 5,400 से अधिक नए घरों का निर्माण या नवीनीकरण पूरा हो चुका है, 5,522 घरों की मरम्मत की गई है और 2,713 भूमिहीन परिवारों को घर बनाने के लिए जमीन दी गई है।

मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि यह उपलब्धि केरल की सामाजिक न्याय, समानता और मानवीय विकास की परंपरा को और मजबूत बनाती है, जिससे राज्य अब “गरीबी-मुक्त समाज” की दिशा में एक उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है।