लोकसभा अध्यक्ष ने खट्टर से कहा- मंत्री जी, प्रश्नकाल में शेरो-शायरी की जगह जवाब दें

संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण के दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर से कहा कि उन्हें सदन में प्रश्नकाल के दौरान शेरो शायरी नहीं करनी चाहिए. उन्होंने प्रश्नकाल के दौरान खट्टर को उस वक्त टोका जब ऊर्जा मंत्री ने एक पूरक प्रश्न का उत्तर देने के दौरान कांग्रेस पर निशाना साधते हुए एक शायरी पढ़ी.

वह कांग्रेस के लोकसभा के सदस्य हरीश मीणा के पूरक प्रश्न का उत्तर दे रहे थे. इस पर बिरला ने कहा कि मंत्री जी, प्रश्नकाल में शेरो शायरी नहीं होती. वक्फ बिल को लोकसभा में पेश करने के लिहाज से 2 अप्रैल का दिन काफी अहम रहा. आज इसे राज्यसभा में पेश किया जाना है.

किरण मंत्री किरण रिजिजू ने भी पढ़ा शेर

वक्फ बिल को पेश करते समय केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भी शेर पढ़ा. इस दौरान सदस्य वाह-वाह करते हुई दिखाई दिए. सांसद किरेन रिजिजू ने कहा कि कुछ लोग इसे गैर संवैधानिक कह रहे हैं तो किसी ने कहा कि ये गैर-कानूनी है. लोकसभा में बिल को पेश करते हुए उन्होंने कहा कि ये कोई नया विषय नहीं है.

आजादी से पहले पहली बार बिल पास किया गया था. इससे पहले वक्फ को इनवैलिडेट (अवैध करार) किया गया था. 1923 में मुसलमान वक्फ एक्ट लाया गया था. ट्रांसपेरेंसी और अकाउंटेबिलिटी का आधार देते हुए एक्ट पारित किया गया था. हालांकि, विपक्ष के जोरदार हंगामे के बीच लोकसभा से ये विधेयक पास हो गया है.

मुसलमानों के तौर-तरीके पर हस्तक्षेप नहीं होगा

राज्यसभा में वक्फ बिल पर चर्चा के दौरान संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि हम अच्छी सोच से ये बिल लेकर आए. कानून न्याय के लिए हैं लड़ाई के लिए नहीं. वक्फ का प्रबंधन मुस्लमानों के हाथ में ही होगा. मुसलमानों के तौर तरीके में हस्तक्षेप नहीं होगा. बोर्ड में शिया, सुन्नी, बोहरा सब होंगे. विपक्ष के सभी आरोप बेबुनियाद हैं.

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