कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने मंगलवार को लोकसभा में केंद्र सरकार पर कई आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि मणिपुर में बंदूक के बल पर शांति लाने की कोशिश नाकाम रही है. पीएम मोदी को राज्य का दौरा करना चाहिए. ताकि मणिपुर के लोगों की चिंताओं और आशंकाओं को जाना जा सके. लोकसभा में अतिरिक्त अनुदान मांगों और मणिपुर के बजट पर चर्चा पर बोलते हुए गौरव गोगोई ने कहा कि मणिपुर का बजट राज्य की विधानसभा में चर्चा के लिए आना चाहिए था. मगर, राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू होने के कारण ये नहीं हो सका.
गौरव गोगोई ने कहा कि सरकार को मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने की वजह सदन को बतानी चाहिए. सरकार ये भी बताए कि क्या अभी राज्य की विधानसभा भंग है या निलंबित?. इस पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे समेत बीजेपी के अन्य सांसदों ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि गोगोई को अनुदान मांगों और राज्य के बजट पर ही बोलना चाहिए.
गृह मंत्री ने 2023 में जल्द वापस आने का वादा किया था
वहीं, गौरव गोगोई ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने 2023 में जब मणिपुर का दौरा किया था तो जल्द ही वापस आने का वादा किया था. उधरस वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गौरव गोगोई के उस बयान पर आपत्ति जताई, जिसमें उन्होंने महत्वपूर्ण मामलों पर चर्चा के दौरान सदन से प्रधानमंत्री के अनुपस्थित रहने का जिक्र किया था.
गोगोई ने वित्त मंत्री को दी आत्मनिरीक्षण की नसीहत
इसके जवाब में गौरव गोगोई ने वित्त मंत्री से आत्मनिरीक्षण करने का हवाला देते हुए कहा कि पीएम मोदी ने पिछले महीने संसद में अपने भाषण में पूर्व प्रधानमंत्रियों को गाली दी थी. इस पर निर्मला सीतारमण ने कहा कि विपक्ष को यह स्वीकार करने की विनम्रता दिखानी चाहिए कि उन्होंने पीएम को गाली दी है और वो इसे आगे नहीं दोहराएंगे. इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि पीएम मोदी ने अपनी विदेश यात्रा के बारे में बताया है. पहले भी प्रधानमंत्रियों ने संसद सत्र के दौरान विदेश यात्राएं की हैं.