मणिपुर में पिछले दिनों चुदाचांदपुर जिले के कुछ हिस्सों में दो अलग-अलग जनजातियों में एक बार फिर विवाद देखने को मिला, जिसके कारण प्रशासन ने कुछ इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया. विवाद के पीछे की वजह सामुदायिक झंडे को लगाना बताया जा रहा है. तनाव के माहौल के बीच भारी पुलिस बल की तैनाती की गई. इसके साथ ही इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया.

मंगलवार को चुराचांदपुर उप-मंडल के वी मुनहोइह और रेंगकाई गांवों के बीच विवादित क्षेत्र में सामुदायिक झंडे फहराए जाने के बाद जोमी और हमार जनजातियों के बीच तनाव देखने को मिला था. मौजूदा स्थिति को देखते हुए, चुराचांदपुर के जिलाधिकारी धारुन कुमार ने दो गांवों और जिले के पूरे कांगवई, समुलामलान और संगाईकोट उप-मंडलों में कर्फ्यू लगाया गया है.

प्रशासन की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि लोगों को आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं तक पहुंच प्रदान करने के लिए 17 अप्रैल तक जिले के शेष क्षेत्रों में सुबह छह बजे से शाम पांच बजे तक कर्फ्यू में ढील दी जाएगी. इसके साथ ही आगे हालात का निरीक्षण फैसला लिया जाएगा.

प्रशासन की गांव वालों से अपील

रेंगकाई और वी मुनहोइह के गांव के अधिकारियों ने चुराचांदपुर के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने गांव के लोगों के साथ बैठक की. इस दौरान प्रशासन ने गांव वालों से शांति बनाए रखने की अपील की. इसके साथ ही सोशल मीडिया पर अफवाह न फैलाने की बात कही है.

विवाद में एक की मौत कई घायल

अधिकारियों ने बताया कि बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि दोनों गांवों के बीच भूमि विवाद के मुद्दे को प्राधिकारों द्वारा सुलझाया जाएगा. इससे पहले, 18 मार्च को चुराचांदपुर शहर में जोमी और हमार समुदायों के बीच झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, और कई अन्य घायल हो गए थे, जब एक व्यक्ति ने मोबाइल टावर से जोमी समुदाय का झंडा उतार कर जमीन पर फेंक दिया था. इसके बाद ही विवाद शुरू हुआ था. सरकार हाई अलर्ट पर है और हाल की अशांति के दौरान हर निवासी को सुरक्षा प्रदान करने के अपने प्रयासों में लगी हुई है.