भारत में फलस्तीन दूतावास के प्रभारी अबेद एलराजेग अबू जाजर ने शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी और फलस्तीन के लिए उनके समर्थन की सराहना भी की। इस दौरान अबेद एलराजेग अबू जाजर ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने फलस्तीन को दिल्ली में अपने दूतावास के लिए जमीन दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।
हमारे बीच रिश्तों का इतिहास रहा है- फलस्तीनी राजनयिक
फलस्तीनी राजनयिक ने कांग्रेस मुख्यालय के बाहर पत्रकारों से अपनी बातचीत में कहा, हमारे बीच रिश्तों का इतिहास रहा है। उन्होंने (मनमोहन सिंह) 1991 में यासर अराफात से मुलाकात की थी, जब वह वित्त मंत्री थे, उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कई बार (फलस्तीन राज्य) के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से मुलाकात की। उन्होंने फलस्तीन राज्य के राष्ट्रपति महमूद अब्बास की ओर से भी पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को पुष्पांजलि अर्पित की।
'फलस्तीन के लिए मनमोहन सिंह का समर्थन सराहनीय'
फलस्तीनी राजनयिक अबेद एलराजेग अबू जाजर ने कहा, 'हमारे उनके (मनमोहन सिंह) साथ अच्छे संबंध थे। उन्होंने दिल्ली में फलस्तीनी दूतावास की स्थापना के लिए जमीन भी दिलाई, दूतावास के निर्माण में सहायता की और 2012 में उसका उद्घाटन भी किया।' उन्होंने कहा, 'हम फलस्तीन के प्रति उनके समर्थन की सराहना करते हैं, हम उनके योगदान को याद कर रहे हैं। हम भारतीय नेता के प्रति अपना सम्मान दिखाने के लिए भारत के लोगों के साथ खड़े हैं।'
यूएन में मनमोहन सिंह ने किया था फलस्तीन का समर्थन
बता दें कि, संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार के दौरान महमूद अब्बास ने कई बार भारत का दौरा किया। वहीं सितंबर 2011 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के समक्ष एक भाषण में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि भारत 'पूर्वी यरुशलम को अपनी राजधानी के रूप में एक संप्रभु, स्वतंत्र, व्यवहार्य और एकीकृत फलस्तीन राज्य के लिए फलस्तीनी लोगों के 'संघर्ष' का समर्थन करता है।