प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को चीन के तियानजिन में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से द्विपक्षीय वार्ता की। इस बैठक में उन्होंने कहा कि यूक्रेन संघर्ष का शांतिपूर्ण समाधान खोजना पूरी मानवता की आवश्यकता है।

मोदी ने स्पष्ट किया कि इस मुद्दे पर दोनों देशों के बीच लगातार संवाद होता रहा है और भारत हाल में शांति बहाली के लिए किए गए प्रयासों का स्वागत करता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सभी पक्ष रचनात्मक दृष्टिकोण अपनाकर जल्द समाधान की दिशा में आगे बढ़ेंगे, ताकि युद्ध का अंत हो और स्थायी शांति स्थापित की जा सके।

पुतिन से मुलाकात को उन्होंने हमेशा की तरह यादगार बताते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच नियमित रूप से उच्चस्तरीय संवाद होते रहते हैं। उन्होंने बताया कि 140 करोड़ भारतीय इस वर्ष दिसंबर में भारत में होने वाले 23वें शिखर सम्मेलन का उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं।

मोदी ने कहा कि भारत और रूस ने हर कठिन परिस्थिति में एक-दूसरे का साथ दिया है। उनकी रणनीतिक साझेदारी न केवल दोनों देशों के लिए, बल्कि वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए भी महत्वपूर्ण है।