राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के एक कैडर को दुबई से प्रतिबंधित संगठन के लिए भारत में अपनी गैरकानूनी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए फंड जुटाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। रविवार को एक आधिकारिक बयान में कहा गया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम ने शनिवार को बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के मोहम्मद सज्जाद आलम को दुबई, यूएई से यहां इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे पर उतरते ही गिरफ्तार कर लिया।

विशेष एनआईए अदालत ने जारी किया था गिरफ्तारी वारंट
बता दें कि, विशेष एनआईए अदालत ने पीएफआई के प्रशिक्षित कैडर मोहम्मद सज्जाद आलम के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। आधिकारिक बयान में ये भी कहा गया है कि उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) भी जारी किया गया था। एनआईए के अनुसार, आरोपी यूएई, कर्नाटक और केरल में मौजूद सिंडिकेट के माध्यम से दुबई से बिहार में पीएफआई कैडरों तक अवैध फंड पहुंचाने में शामिल था। एनआईए ने कहा कि फंड का इस्तेमाल प्रतिबंधित संगठन की आपराधिक और गैरकानूनी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए किया गया था।

2022 में बिहार के फुलवारी शरीफ पुलिस ने दर्ज किया था केस
जुलाई 2022 में बिहार के फुलवारी शरीफ पुलिस की तरफ से दर्ज किया गया यह मामला पीएफआई कार्यकर्ताओं की गैरकानूनी और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता से संबंधित है। बयान में कहा गया है कि कार्यकर्ताओं ने देश में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए हानिकारक गतिविधियों के माध्यम से आतंक का माहौल बनाने और कई धर्मों और समूहों के सदस्यों के बीच धार्मिक दुश्मनी फैलाने की साजिश रची। 

मामले में गिरफ्तार होने वाला 18वां आरोपी है सज्जाद आलम
जांच एजेंसी ने कहा कि सार्वजनिक शांति को बाधित करने और भारत के खिलाफ असंतोष पैदा करने के उद्देश्य से, उनकी गतिविधियों में भारत में इस्लामी शासन स्थापित करने की पीएफआई विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए आपराधिक बल का उपयोग शामिल था, जैसा कि संगठन के विजन दस्तावेज, 'भारत 2047: भारत में इस्लाम के शासन की ओर, आंतरिक दस्तावेज: प्रचलन के लिए नहीं' में परिकल्पित है। पुलिस की तरफ से मामला दर्ज किए जाने के कुछ दिनों बाद ही मामले को अपने हाथ में लेने वाली एनआईए ने मामले में 17 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। मोहम्मद सज्जाद आलम इस मामले में गिरफ्तार होने वाला 18वां आरोपी है।