ओडिशा के जाजपुर जिले में आज रविवार को कथित तौर पर एक निर्दलीय विधायक के समर्थकों के एक समूह ने विपक्षी बीजू जनता दल (BJD) नेता और पूर्व विधायक प्रणब कुमार बालबंतराय पर हमला किया और उनकी कार में तोड़फोड़ की.

तोड़फोड़ की यह घटना जाजपुर जिले की जेनापुर पुलिस सीमा के अंतर्गत अरुहा गांव में हुई, जब बीजेडी नेता एक धार्मिक आयोजन में शामिल होने के लिए जा रहे थे. पुलिस ने बताया कि बालबंतराय को सुरक्षित बचा लिया गया और उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा. हालांकि, उनकी गाड़ी क्षतिग्रस्त जरूर हो गई. बालबंतराय ने हमले के बाद आरोप लगाया, “हिमांशु शेखर साहू के समर्थकों ने मुझे मारने की कोशिश की. हमलावरों के पास भुजाली और तलवारें थीं.”

हिमांशु साहू ने आरोप को किया खारिज

विधानसभा में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का समर्थन करने वाले हिमांशु शेखर साहू ने अपने ऊपर लगे आरोप को खारिज कर दिया. स्थानीय विधायक साहू के कथित समर्थकों ने हिंगुला मंदिर के पास उनकी कार को रोक लिया और उन पर हमला कर दिया.

बलबंतराय ने आरोप लगाते हुए कहा, “वे (साहू) पिछले कुछ दिनों से हथियारबंद गुंडों के जरिए मुझे मारने की साजिश रच रहे थे.” उन्होंने इस घटना के लिए पुलिस को भी जिम्मेदार ठहराया.

पिछले साल भी बलबंतराय पर हुआ था हमला

दूसरी ओर, दिल्ली में मौजूद विधायक साहू ने आरोप से इनकार करते हुए दावा किया कि जिले में बीजेडी नेताओं का एक वर्ग बलबंतराय के खिलाफ था और हो सकता है कि उन लोगों ने ही उन पर हमला किया हो.

इससे पहले पिछले साल अक्टूबर में भी धर्मशाला इलाके में बलबंतराय की गाड़ी पर हमला किया गया था. बीजेडी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस घटना पर चिंता जताई.

पूर्व मुख्यमंत्री पटनायक ने अपने बयान में कहा, “धर्मशाला के पूर्व विधायक और युवा बीजेडी नेता प्रणब बलबंतराय पर खुलेआम और समन्वित हमला राज्य में कानून व्यवस्था की भयावह स्थिति को दर्शाता है.” पटनायक ने यह भी कहा कि अगर राज्य में जनप्रतिनिधि ही सुरक्षित नहीं हैं, यह आम आदमी की सुरक्षा पर भी बड़ा सवालिया निशान है.

इलाके में पुलिसकर्मियों की तैनाती

बीजेडी के शीर्ष नेता ने कहा, “असामाजिक लोगों और गतिविधियों को रोकने में राज्य की बीजेपी सरकार की निष्क्रियता, जिद्दी और एकतरफा रवैया ऐसी घटनाओं को और बढ़ावा दे रही है. सरकार को राजनीतिक हिंसा भड़काने वाले लोगों के खिलाफ तत्काल और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.”

फिलहाल कानून-व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए इलाके में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है और सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. जेनापुर थाने की थानेदार निरुपमा जेना ने कहा, “हमने घटना की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.”