कर्नाटक विधानसभा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गीत गाने को लेकर उठे विवाद के बीच उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने सफाई देते हुए माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि उनकी मंशा आरएसएस की प्रशंसा करने की नहीं थी, बल्कि विपक्ष पर कटाक्ष करने के लिए गीत की कुछ पंक्तियाँ गाईं।
शिवकुमार ने कहा, “यदि मेरी बातों से कांग्रेस कार्यकर्ताओं या विपक्षी गठबंधन के किसी साथी की भावनाओं को ठेस पहुंची है तो मैं खेद प्रकट करता हूं और माफी मांगता हूं। मेरी माफी किसी दबाव का नतीजा नहीं है। मैंने सिर्फ भाजपा पर निशाना साधने की कोशिश की थी, न कि संघ की तारीफ की।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके शब्दों का राजनीतिक रूप से गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। “मैंने राजनीति विज्ञान की पढ़ाई की है और कांग्रेस, गांधी परिवार, आरएसएस, भाजपा, जेडीएस, वामपंथी दलों सभी के इतिहास का अध्ययन किया है। दुर्भाग्य से मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत किया गया,” उन्होंने कहा।
गांधी परिवार के प्रति अपनी निष्ठा दोहराते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा, “मेरे लिए गांधी परिवार भगवान है और मैं उनका भक्त हूं। मैं जन्मजात कांग्रेसी हूं और कांग्रेसी के रूप में ही जीवन समाप्त करूंगा।”
इस दौरान उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ अपने तीन दशकों से अधिक लंबे जुड़ाव को भी याद किया और कहा कि पार्टी के प्रति उनकी प्रतिबद्धता पर कोई सवाल नहीं उठाया जा सकता।