कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने बुधवार को कहा कि अगर इंडिया गठबंधन एकजुट होकर रणनीति के साथ आगे बढ़े, तो देश में तेजी से कमजोर होते लोकतंत्र को बचाया जा सकता है और भाजपा को चुनाव में पराजित किया जा सकता है। वे जवाहर भवन में वरिष्ठ पत्रकार व लेखक प्रेम शंकर झा की किताब “द डिसमेन्टलिंग ऑफ इंडिया’स डेमोक्रेसी 1947 टू 2025” के विमोचन कार्यक्रम में बोल रहे थे।
“भाजपा को केवल एक-तिहाई वोट मिले”
अय्यर ने कहा कि 2014, 2019 और 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को डाले गए कुल मतों का महज एक-तिहाई हिस्सा ही मिला है। यानी दो-तिहाई मतदाता भाजपा से दूर रहे। उनका तर्क था कि इसका मतलब है कि बहुसंख्यक हिंदुओं ने हिंदुत्व की राजनीति को धर्म या जीवनशैली से नहीं जोड़ा है, और यही विपक्षी गठबंधन के लिए आशा की किरण है।
गठबंधन में संभावनाएं और चुनौतियां
अय्यर ने माना कि 2023 में बना इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (INDIA) भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने का प्रयास है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि गठबंधन के भीतर मतभेद मौजूद हैं, जो गैर-भाजपा वोटों को बिखेर सकते हैं, जैसा कि पिछले तीन लोकसभा चुनावों में देखा गया।
“भाजपा खेमे में भी दरारें”
84 वर्षीय अय्यर ने दावा किया कि भाजपा और उससे जुड़े संगठनों में भी आंतरिक मतभेद उभरने लगे हैं। उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष अवसर का सही उपयोग करे और चुनावी राजनीति को व्यवस्थित ढंग से अपनाए, तो लोकतंत्र के गिरते स्तर को थामा जा सकता है।