देश में लोकसभा चुनाव के बीच चैटजीपीटी के निर्माता ओपनएआई ने एक बड़ा खुलासा किया है। उसका दावा है कि उसने भारतीय चुनावों पर केंद्रित गुप्त अभियानों में एआई के भ्रामक इस्तेमाल को रोकने के लिए 24 घंटे के भीतर कार्रवाई की। ऐसे में इसके इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या में खास बढ़ोतरी नहीं हुई। वहीं, ओपनएआई ने सनसनीखेज दावा किया कि इस्राइल की एक कंपनी ने एआई का इस्तेमाल कर लोकसभा चुनावों को बाधित करने की कोशिश की है। इसके मुताबिक, इस कंपनी ने जनता की राय में हेरफेर करने या राजनीतिक नतीजों को प्रभावित करने के लिए ओपनएआई का इस्तेमाल किया।  

24 घंटे के भीतर कार्रवाई की
ओपनएआई ने अपनी वेबसाइट पर एक रिपोर्ट में कहा कि उसने भारतीय चुनावों पर केंद्रित गुप्त अभियानों में एआई के भ्रामक इस्तेमाल को रोकने के लिए 24 घंटे के भीतर कार्रवाई की। इसका नतीजा यह निकला की इसका इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या में कोई वृद्धि नहीं हुई। ओपनएआई के मुताबिक भारतीय चुनावों को प्रभावित करने का प्रयास किया गया। 

ओपनएआई ने आगे रिपोर्ट में कहा कि इस्राइल की एक राजनीतिक अभियान प्रबंधन फर्म एसटीओआईसी ने जीरो जेनो नाम से अभियान चलाया था। इसके अंतर्गत गाजा संघर्ष के साथ-साथ भारतीय चुनावों पर भी कुछ सामग्री तैयार की। 

कांग्रेस की प्रशंसा की गई
सीईओ सैम ऑल्टमैन के नेतृत्व वाली कंपनी ने कहा कि धमकी देने वाले अभिनेताओं ने ओपनएआई के शक्तिशाली भाषा मॉडल का लाभ उठाने का प्रयास किया, जिसमें टिप्पणियां, लेख, सोशल मीडिया प्रोफाइल उत्पन्न करने जैसे कार्य शामिल थे, जो सत्तारूढ़ भाजपा की आलोचना करते थे और कांग्रेस की प्रशंसा करते थे।

ओपनएआई ने कहा, 'मई में नेटवर्क ने भारत पर केंद्रित टिप्पणियां तैयार करना शुरू कर दिया, जिसमें सत्तारूढ़ भाजपा की आलोचना और विपक्षी कांग्रेस पार्टी की प्रशंसा की गई। हमने मई में भारतीय चुनावों से संबंधित कुछ गतिविधियों को शुरू होने के 24 घंटे से भी कम समय में बाधित कर दिया था।'

कैसे चलाया गया यह अभियान
ओपनएआई ने कहा कि उसने इस्राइल से संचालित खातों के एक समूह पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिनका इस्तेमाल एक्स, फेसबुक, इंस्टाग्राम, अन्य वेबसाइट और यूट्यूब तक फैले एक प्रभावशाली अभियान के लिए सामग्री बनाने और संपादित करने के वास्ते किया जा रहा था। 

इसने कहा, 'इस अभियान के जरिये कनाडा, अमेरिका और इजराइल के लोगों को अंग्रेजी और हिब्रू भाषा में सामग्री के माध्यम से लक्षित किया गया। मई की शुरुआत में, इसने अंग्रेजी भाषा की सामग्री के माध्यम से भारत के लोगों को लक्षित करना शुरू कर दिया।' इसमें विस्तार से ज्यादा कुछ नहीं बताया गया है।

भाजपा ने बताया खतरनाक खतरा
रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए, भाजपा ने इसे लोकतंत्र के लिए एक खतरनाक खतरा बताया। OpenAI की रिपोर्ट पर रिएक्शन देते हुए केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रौद्योगिकी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि यह बिल्कुल स्पष्ट है कि कुछ भारतीय राजनीतिक दलों या उनकी ओर से संचालित की जा रही गलत सूचनाओं और विदेशी हस्तक्षेप के जरिए भाजपा को निशाना बनाया जा रहा था। उन्होंने आगे कहा कि भारत और देश के बाहर निहित स्वार्थ के लिए ऐसा एजेंडा चला रहे हैं। इसकी गहन जांच और पर्दाफाश किए करने की जरूरत है।