हैदराबाद। नई NCERT किताबों को स्कूल पाठ्यक्रम में शामिल करने को लेकर विरोध तेज हो गया है। AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस बदलाव पर कड़ा एतराज जताया है। उनका आरोप है कि नए सिलेबस में मुसलमानों को भारत के विभाजन का दोषी बताया गया है।
मीडिया से बातचीत में ओवैसी ने कहा कि बीजेपी सरकार ने जानबूझकर पाठ्यक्रम में फेरबदल किया है। उन्होंने कहा, “हम बंटवारे के लिए जिम्मेदार नहीं हैं। पहली बार विभाजन का नारा वीर सावरकर ने दिया था। माउंटबेटन और उस समय की कांग्रेस सरकार ने यह फैसला लिया था, तो फिर मुसलमानों को क्यों दोषी ठहराया जा रहा है?”
ओवैसी ने यह भी कहा कि नई किताबों से महात्मा गांधी की हत्या का जिक्र भी अधूरा कर दिया गया है। उन्होंने सवाल उठाया कि नाथुराम गोडसे ने गांधीजी की हत्या क्यों की, यह तथ्य पाठ्यक्रम से हटा दिया गया।
NCERT के नए पाठ्यक्रम में बंटवारे की जिम्मेदारी मोहम्मद अली जिन्ना, कांग्रेस नेतृत्व और वायसराय माउंटबेटन पर डाली गई है। इसी मुद्दे पर हाल ही में असम विधानसभा के उपाध्यक्ष नुमल मोमिन और कई बीजेपी नेताओं ने राहुल गांधी पर हमला करते हुए उन्हें जिन्ना का “नया अवतार” करार दिया था।