एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आरएसएस के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान वाले दावों को खारिज किया है। ओवैसी ने कहा कि पीएम मोदी ने जो बयान दिया वह पूरी तरह गलत है और आरएसएस का एक भी सदस्य देश की आजादी के लिए संघर्ष में शामिल नहीं हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी के पास प्रमाण है तो उन्हें बताएं, लेकिन इतिहास बताता है कि आरएसएस के किसी सदस्य ने स्वतंत्रता आंदोलन में जेल नहीं काटी।
ओवैसी ने संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार का उदाहरण देते हुए कहा कि संघ के बनने से पहले हेडगेवार कांग्रेस के सदस्य थे और उन्होंने 1930 के दांडी मार्च और खिलाफत आंदोलन में भाग लिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह स्वतंत्रता संग्राम में योगदान नहीं बल्कि आरएसएस के लिए लोगों को शामिल करने का प्रयास था।
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr"><a href="https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#WATCH</a> | Delhi: JNUSU Joint Secretary Vaibhav Meena says, "Today, on <a href="https://twitter.com/hashtag/Vijayadashami?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#Vijayadashami</a>, JNUSU had given a call that we would perform the 'dahan' of Naxal-like Ravan, of naxal forces...Durga Puja of the 9-day Navratri is also done at JNU. Immersion of the idol is done on… <a href="https://t.co/DoCuLoSl8Z">https://t.co/DoCuLoSl8Z</a> <a href="https://t.co/QSyCM7y2vd">pic.twitter.com/QSyCM7y2vd</a></p>— ANI (@ANI) <a href="https://twitter.com/ANI/status/1973790513989042599?ref_src=twsrc%5Etfw">October 2, 2025</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
ओवैसी के इस बयान का समर्थन कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने भी किया। कांग्रेस ने कहा कि आरएसएस ने स्वतंत्रता संग्राम में कभी हिस्सा नहीं लिया बल्कि 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान ब्रिटिश सरकार का समर्थन किया। AAP ने भी कहा कि आरएसएस का स्वतंत्रता संग्राम में कोई योगदान नहीं रहा।
यह विवाद पीएम मोदी के उस बयान के बाद उठा है, जिसमें उन्होंने आरएसएस के शताब्दी समारोह में कहा था कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान आरएसएस के स्वयंसेवक जेल गए और संगठन ने स्वतंत्रता सेनानियों को आश्रय दिया। पीएम ने यह भी कहा कि आरएसएस ने आजादी के बाद हैदराबाद के निजाम के अत्याचार, गोवा मुक्ति और दादरा-नागर हवेली की आजादी में भी योगदान दिया।