ओवैसी की कांग्रेस-राकांपा को चुनौती, कहा- मुसलमानों से वोट चाहिए तो बाबरी मस्जिद बोलकर दिखाएं

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस (राकंपा) से मुसलमानों से वोट मांगने के लिए बाबरी मस्जिद का नाम लेने की चुनौती दी है। महाराष्ट्र में जनता को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि भारत में मुसलमान मस्जिदों की रक्षा करने के लिए कर्तव्यबद्ध है और उन्हें सोचना चाहिए कि बाबरी मस्जिद अभी भी मौजूद है। 

ओवैसी ने कहा, “मुसलमानों को छह दिसंबर 1992 का दिन कभी नहीं भूलना चाहिए। उन्हें अपने दिमाग में ये बात डाल लेना चाहिए कि बाबरी मस्जिद अभी भी मौजूद है और रहेगा, नहीं तो एक और बाबरी (घटना) हो जाएगी। मुसलमानों को बाबरी वैसे ही याद रखना चाहिए, जैसे कि यहूदियों को नरसंहार याद है।”

कांग्रेस और राकांपा पर ओवैसी का निशाना
एआईएमआईएम अध्यक्ष तेलंगाना से बाहर पार्टी का विस्तार करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने जनता से सांप्रदायिक सद्भाव के लिए कांग्रेस, राकांपा और अन्य धर्मनिरपेक्ष पार्टियों की प्रतिबद्धता पर सवाल उठाने का आग्रह किया है। उन्होंने जनता से कहा कि जब भी ये पार्टियां वोट मांगने आए तो उनसे एक ही सवाल करें, “क्या आप अपने मुंह से बाबरी मस्जिद बोल सकते हैं।”

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज मुसलमानों के खिलाफ नहीं थे, लेकिन संघ उन्हें इस्लाम विरोधी के रूप में चित्रित करने की कोशिश कर रहा है। अशोक चव्हाण के भाजपा में शामिल होने पर ओवैसी ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “अशोक चव्हाण कांग्रेस से भाजपा में शामिल हो गए हैं। मैंने सुना है कि कमलनाथ भी ऐसा कर सकते हैं। एआईएमआईएम को कभी भाजपा का बी टीम कहा जाता था। अब आप बताइएं आरएसएस का असली टीम कौन है? भाजपा की असली टीम कौन है?”

ओवैसी ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार को लेकर बताया कि उन्होंने सुना है कि अजित पवार अपनी बहन के खिलाफ अपनी पत्नी को चुनावी मैदान में उतार रहे हैं। उन्होंने जनता से पूछा कि महाराष्ट्र की राजनीति के साथ क्या हो रहा है?

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