कोलकाता। फिरोजपुर के ममदोट में पाकिस्तान से लगती सीमा में बुधवार को गलती से प्रवेश कर गए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान को पाकिस्तानी रेंजर्स ने छठे दिन भी रिहा नहीं किया। बुधवार को ही बीएसएफ के अधिकारियों ने पाक रेंजर्स से दो बार फ्लैग मीटिंग कर जवान को छोड़ने के लिए कहा था, लेकिन पाक रेंजर्स तैयार नहीं हुए।

फ्लैग मीटिंग में नहीं पहुंचा कोई पाक अधिकारी

बाद में बार-बार फ्लैग मीटिंग बुलाने पर भी पाकिस्तान का कोई भी अधिकारी बैठक में नहीं पहुंचा। उन्होंने साफ कर दिया है कि उक्त जवान को उच्च अधिकारियों के आदेश के बाद ही छोड़ा जाएगा। बीएसएफ जवान को न छोड़ने संबंधी बीएसएफ की ओर से गृह मंत्रालय को भी अवगत करवाया गया है।

उधर, सोमवार को कोलकाता के रहने वाले बीएसएफ के जवान पूर्णम कुमार साव की गर्भवती पत्नी रजनी अपने आठ वर्षीय बेटे, दो बहनों व एक भाई के साथ पंजाब आई हैं।

6 दिन से पाकिस्तान की कैद में है जवान

कोलकाता एयरपोर्ट से रवाना होने से पहले पूर्णम कुमार साव के बेटे आरव ने कहा कि पाकिस्तान हमारा सब कुछ ले ले लेकिन मेरे पिता को छोड़ दे। रजनी ने कहा कि उनके पति छह दिन से पाकिस्तानी सेना की कैद में हैं। मैं पंजाब जाकर बीएसएफ के अधिकारियों से बात करूंगी।उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो दिल्ली का दरवाजा भी खटखटाऊंगी। उन्होंने कहा कि बीएसएफ के अधिकारी कहते हैं कि मेरे पति ठीक हैं, चिंता न करो। उन्होंने कहा कि मेरे पति दुश्मन देश की कैद में हैं तो मैं चिंता क्यों न करूं? इसीलिए गर्भवती होने के बावजूद मुझे इस स्थिति में घर छोडऩा पड़ रहा है। उन्हें संदेह है कि जरूर कुछ छिपाया जा रहा है।