पाली। राजस्थान के चूरू जिले में बुधवार दोपहर हुए जगुआर फाइटर जेट हादसे में पाली जिले की सुमेरपुर तहसील के खिवांदी गांव के फ्लाइट लेफ्टिनेंट ऋषिपाल सिंह देवड़ा वीरगति को प्राप्त हो गए। 23 वर्षीय ऋषिपाल भारतीय वायुसेना में फ्लाइट लेफ्टिनेंट के पद पर कार्यरत थे।
भारतीय वायुसेना के इस दर्दनाक हादसे में दो पायलटों की जान चली गई। वायुसेना के अनुसार, चूरू के पास एक नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान उनका जगुआर प्रशिक्षण विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दुर्घटना की सूचना मिलते ही राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया, लेकिन पायलटों को बचाया नहीं जा सका।
एनडीए से प्रशिक्षित होकर बने थे फाइटर पायलट
ऋषिपाल सिंह ने 12वीं कक्षा पास करने के बाद एनडीए, पुणे से साढ़े तीन साल का प्रशिक्षण प्राप्त किया था। इसके बाद वे वायुसेना में चयनित हुए और फाइटर पायलट की जिम्मेदारी निभाने लगे। बुधवार को जब यह दुर्घटना हुई, वे एक नियमित मिशन पर थे।
अंतिम यात्रा में उमड़ेगा गांव, पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
शहीद फ्लाइट लेफ्टिनेंट की पार्थिव देह जोधपुर से उनके पैतृक गांव खिवांदी लाई जाएगी। गुरुवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। शोक की इस घड़ी में वायुसेना ने परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए बताया है कि दुर्घटना की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी गठित की गई है।