संसद के विशेष सत्र का दूसरा दिन बेहद ऐतिहासिक रहा। नई संसद भवन में जहां महिलाओं से जुड़ा ऐतिहासिक बिल पेश किया गया। इस बिल को केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने संसद में पेश किया। जैसे ये विधेयक कानून का रूप लेगा वैसे ही सदन में महिलाओं की संख्या बढ़कर न्यूनतम 33 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी।
इस बिल को पेश किए जाने के बाद कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी बयान जारी किया है। मंगलवार यानी 19 सितंबर को सचिन पायलट ने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक पहले लाया जाना चाहिए था। उन्होंने यह भी कहा कि अब इस विधेयक को पारित होने के साथ ही लागू कर देना चाहिए। पायलट ने कहा, ‘‘यह विधेयक पहले आना चाहिए था। जहां तक मुझे जानकारी मिली है, मैंने सुना है कि इसे 2029 में लागू किया जाएगा। वे इसे अभी क्यों लागू नहीं करना चाहते हैं यह समझ से परे है।’’
पायलट ने मंगलवार रात मोती डूंगरी गणेश मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘अगर सरकार की मंशा सही होती तो वह सभी से बात करती।’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपनी तैयारी पूरी कर ली है। उन्होंने कहा, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और वरिष्ठ नेता राहुल गांधी पार्टी के नए कार्यालय की आधारशिला रखने के लिए जयपुर आएंगे। खरगे और गांधी 23 सितंबर को जयपुर आने वाले हैं। उन्होंने कहा, ‘‘उनके दौरे से कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार होगा।’’ इस साल कोटा में छात्र आत्महत्याओं की रिकॉर्ड संख्या पर बोलते हुए, पायलट ने कहा कि यह बहुत चिंताजनक है और कारण जानने के लिए काउंसलिंग के साथ-साथ उचित जांच भी की जानी चाहिए।