नई दिल्ली/चंडीगढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को बाढ़ प्रभावित पंजाब का दौरा करेंगे। उनका उद्देश्य बाढ़ पीड़ितों की स्थिति का जायजा लेना और राहत एवं पुनर्वास प्रयासों की निगरानी करना है।
पीएम मोदी दोपहर लगभग तीन बजे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। इसके अलावा वे हिमाचल प्रदेश में भी बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। हवाई सर्वेक्षण के बाद प्रधानमंत्री शाम करीब साढ़े चार बजे गुरदासपुर पहुंचेगे। वहां वे वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे और जमीनी स्थिति की समीक्षा करेंगे। पीएम बाढ़ प्रभावित लोगों के साथ-साथ एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आपदा मित्र टीम के सदस्यों से भी बातचीत करेंगे।
पंजाब सरकार की मांग
पंजाब सरकार ने पीएम मोदी से 20 हजार करोड़ रुपये के अंतरिम राहत पैकेज की मांग की है। वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि मोदी का पंजाब में स्वागत है और सरकार उम्मीद करती है कि मुख्यमंत्री राहत पैकेज की घोषणा करेंगे। इसके अलावा सरकार ने पुराने 60 हजार करोड़ रुपये के बकाए की भी रिलीज की मांग की है, ताकि बाढ़ पीड़ितों की मदद की जा सके।
राजनीतिक नेताओं की अपील
शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंद्र सिंह वड़िंग ने भी प्रधानमंत्री से पंजाब के लिए विशेष राहत पैकेज की घोषणा करने का अनुरोध किया है।
सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि बाढ़ प्रभावित किसानों के लिए 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने राहत सामग्री और प्रमाणित बीज उपलब्ध कराने की योजना भी बताई। पार्टी ने ग्रामीण स्तर पर वितरण के लिए 500 ट्रक मक्के का साइलेज, 500 ट्रक कम्प्रेस्ड चारा और 500 फॉगिंग मशीनें उपलब्ध कराई हैं, जिन्हें मलेरिया और अन्य बीमारियों के फैलाव को रोकने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
बादल ने आगे कहा कि भविष्य की चिंता को ध्यान में रखते हुए, शिअद बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किसानों को एक लाख एकड़ जमीन के लिए प्रमाणित गेंहू के बीज और 30 हजार क्विंटल बीज वितरण की व्यवस्था करेगी।