नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि महिला सम्मान केवल शब्दों में नहीं बल्कि व्यवहार में लाने की जरूरत है। किसी भी समाज के विकास का एक महत्वपूर्ण मानक वहां महिलाओं की स्थिति है। वैसे भी देश महिला सशक्तिकरण की दिशा में आगे बढ़ रहा है। ऐसे में अभिभावकों व शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि वह बच्चों की ऐसी शिक्षा दें कि वह सदैव महिलाओं की गरिमा के अनुकूल आचरण करें।
राष्ट्रपति ने यह टिप्पणी ऐसे समय की है, जब बंगाल की घटना के बाद देश में महिला सुरक्षा व सम्मान को लेकर नए सिरे से चर्चा शुरू हुई है। समाज का एक बड़ा वर्ग इन घटनाओं से विचलित भी है।