शिवसेना यूबीटी की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने हाल ही में सरकार और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को अफगानिस्तान से खेल के प्रति देशभक्ति और प्राथमिकता लेने की सलाह दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड का हालिया निर्णय यह सिखाता है कि खेल में राष्ट्रीय सुरक्षा और देश की सुरक्षा को किस तरह सर्वोपरि रखा जा सकता है।

प्रियंका ने अपने पोस्ट में पाकिस्तान पर भी कड़ा हमला किया और उसे “कायरों का समूह” करार दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के हाथों निर्दोष लोगों का खून बहता है और सीमा पर उनका सामना असफलता से होता है। उन्होंने अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के उस फैसले की सराहना की जिसमें उसने पाकिस्तान के साथ क्रिकेट सीरीज खेलने से इनकार किया। प्रियंका ने बीसीसीआई और भारत सरकार से भी आग्रह किया कि वे इस मामले से सीख लें और खेल को राष्ट्रीय हित से ऊपर न रखें।

यह विवाद उस समय सामने आया जब पाकिस्तान द्वारा अफगानिस्तान के सीमाई प्रांत पक्तिका में किए गए हवाई हमले में तीन अफगान क्रिकेटर्स – कबीर, सिबघतुल्लाह और हारून – समेत आठ लोगों की मौत हो गई। ये खिलाड़ी उरगुन से शाराना में दोस्ताना मैच में भाग लेने के बाद लौट रहे थे। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इसे पाकिस्तानी शासन की “कायराना हरकत” करार दिया और त्रिकोणीय श्रृंखला से अपना नाम वापस ले लिया।

प्रियंका चतुर्वेदी के बयान को भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैचों को लेकर चल रहे बहस से भी जोड़ा जा रहा है। हाल ही में एशिया कप में भारत-पाकिस्तान मैच पर भी विरोध देखा गया था, जिसमें कई राजनीतिक दलों और लोगों ने पाकिस्तान के साथ खेलने का विरोध किया था। बावजूद इसके सरकार ने एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ खेलने का निर्णय लिया।

इस बयान के माध्यम से प्रियंका ने स्पष्ट किया कि खेल के निर्णयों में देशभक्ति और राष्ट्रीय हित सर्वोपरि होना चाहिए।