कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने मंगलवार को केंद्र सरकार पर हमला बोला। प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार पर संसद के बजट सत्र में बाधा डालने की मंशा से काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विपक्ष को संसद में मुद्दे उठाने और उन पर चर्चा करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। सरकार नहीं चाहती है सदन चले।

एक राष्ट्र एक चुनाव पर संसदीय समिति की बैठक में भाग लेने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा कि हम जिन मुद्दों पर चर्चा की मांग करते हैं, वे नहीं होती हैं। पहली बार मैंने देखा है कि सरकार का एजेंडा व्यवधान पैदा करना है। शायद यह पहली बार है कि सरकार नहीं चाहती कि सदन चले।

प्रियंका गांधी ने दिल्ली हाईकोर्ट के जज के आवास पर बड़ी मात्रा में बेहिसाब नकदी मामले की लोकसभा में चर्चा कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि देश में अधिक न्यायिक जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित करने, मजबूत और ठोस समाधान खोजने के लिए चर्चा की जानी चाहिए।  सोमवार को भी लोकसभा के बार-बार स्थगित होने पर प्रियंका गांधी ने कहा था कि ऐसा लगता है कि सरकार ने मन बना लिया है कि वह नहीं चाहती कि सदन चले और वह हंगामा करने के लिए कोई न कोई बहाना ढूंढ लेती है।

सोमवार को संसद में कर्नाटक मुस्लिम आरक्षण को लेकर हंगामा हुआ था। भाजपा ने कांग्रेस पर सवाल उठाए थे। इसके चलते लोकसभा और राज्यसभा स्थगित की गई थी। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और जेपी नड्डा ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से इस मुद्दे पर जवाब देने की मांग की थी। 

अमित शाह ने विपक्ष पर किया कटाक्ष
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मंगलवार को राज्यसभा में आपदा प्रबंधन (संशोधन) विधेयक 2024 पर चर्चा के दौरान विपक्ष पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि 15-20 साल तक किसी का नंबर नहीं लगने वाला है। जो कुछ करेंगे लंबे समय तक हम ही करेंगे। विपक्ष को लगता है कि शायद हम आएंगे तो बदलेंगे, लेकिन ऐसा कुछ नहीं होने वाला है। इसमें बहुत देर है। आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है।