केरल के विधायक पीवी अनवर ने नीलांबुर के विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। दरअसल, सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) से अलग होकर पिछले सप्ताह तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने वाले विधायक पीवी अनवर ने सोमवार को नीलांबुर निर्वाचन क्षेत्र के विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। विधानसभा अध्यक्ष एएन शमसीर से उनके कक्ष में मिलने के बाद विधानसभा परिसर में अनवर ने अपने इस्तीफे की पुष्टि की।
विधायक पद से अपना इस्तीफा केरल विधानसभा अध्यक्ष को सौंपा
विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद अनवर ने कहा कि मैंने विधायक पद से अपना इस्तीफा केरल विधानसभा अध्यक्ष को सौंप दिया है। इसके साथ ही उन्होंने एलान किया कि वह नीलांबुर विधानसभा उपचुनाव नहीं लड़ेंगे। वह नीलांबुर विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार का समर्थन करेंगे।
टीएमसी नेता पीवी अनवर ने कहा कि मेरा इस्तीफा स्वीकार करना या न करना स्पीकर पर निर्भर करता है। मैंने ममता बनर्जी से इस मामले पर विस्तार से चर्चा की है। मैंने उनसे कहा कि केरल में सबसे गंभीर मुद्दा मानव-पशु संघर्ष है और लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। मैंने उनसे इसे संसद में उठाने का अनुरोध किया। वह इसे संसद में उठाने और इस मुद्दे से निपटने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए सहमत हो गईं।
उन्होंने कहा कि मेरे आरोप तीन लोगों तक सीमित थे- सीएम के राजनीतिक सचिव पी शशि, एडीजीपी अजित कुमार और मलप्पुरम के पूर्व कलेक्टर सुजीत दास। सुजीत दास एक खास समुदाय के लोगों को आरोपी सूची में डालने में शामिल थे। मैंने इस मुद्दे और सुजीत दास की अवैध गतिविधियों पर चर्चा की और सीएम और पार्टी के अन्य नेताओं को इसकी जानकारी दी। पार्टी के कुछ नेताओं ने मुझसे यह सब सार्वजनिक करने के लिए कहा, लेकिन बाद में उन्होंने अपना रुख बदल दिया। मुझे लगा कि सीएम को इन सभी मुद्दों की जानकारी नहीं है, लेकिन अपनी प्रेस वार्ता में उन्होंने पूरी तरह सेअजित कुमार का बचाव किया।
अनवर ने कहीा कि मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव ने मुझे विधानसभा में विपक्षी नेता वीडी सतीसन के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप उठाने के लिए कहा था। उन्होंने विधानसभा में पेश करने के लिए मामला तैयार कर लिया है। वीडी सतीसन पर 150 करोड़ रुपये प्राप्त करने का आरोप विधानसभा अध्यक्ष की अनुमति से विधानसभा में उठाया गया था। मुझे नहीं पता कि कोई साजिश थी या नहीं। मैं इसके लिए विपक्षी नेता वीडी सतीसन और जनता से माफी मांगता हूं। मैं नीलांबुर उपचुनाव नहीं लड़ूंगा। मैं पिनराई सरकार को खत्म करने के लिए कांग्रेस उम्मीदवार को पूरा समर्थन दूंगा। कांग्रेस को नीलांबुर से उम्मीदवार खड़ा करना चाहिए। मलप्पुरम डीसीसी अध्यक्ष जॉय उपयुक्त उम्मीदवार हैं।
समन्वयक की भूमिका संभालने की घोषणा के कुछ ही दिनों बाद विधायक पद से इस्तीफा
अनवर ने तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने और ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी के लिए राज्य समन्वयक की भूमिका संभालने की घोषणा के कुछ ही दिनों बाद विधायक पद से इस्तीफा दिया है। केरल विधानसभा में नीलांबुर सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले अनवर ने पहले मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाले एलडीएफ से अलग होने के बाद डेमोक्रेटिक मूवमेंट ऑफ केरल (डीएमके) का गठन किया था।