गुजरात में आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस ने ‘मिशन 2027’ की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। इसी सिलसिले में पार्टी के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी शनिवार को गुजरात पहुंचे। वडोदरा एयरपोर्ट पर पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया।
राहुल गांधी ने आनंद में कांग्रेस के प्रशिक्षण शिविर में हिस्सा लिया और आज वडोदरा के जितोदिया गांव में दुग्ध सहकारी समितियों के प्रतिनिधियों और किसानों के साथ संवाद करेंगे। इस बैठक में दुग्ध उत्पादन से जुड़े मुद्दे, स्थानीय सहकारी समितियों की चुनौतियाँ और किसानों के हितों पर विस्तार से चर्चा होगी। कांग्रेस का मानना है कि सहकारी ढांचा ग्रामीण अर्थव्यवस्था की नींव है और उसे सशक्त बनाना पार्टी की प्राथमिकता में शामिल है।
नव-नियुक्त जिला अध्यक्षों को देंगे मार्गदर्शन
गुजरात कांग्रेस ने हाल ही में जिला कांग्रेस कमेटियों के नए अध्यक्षों की नियुक्ति की है। इन नए पदाधिकारियों के लिए 26 से 28 जुलाई तक आनंद स्थित एक रिसॉर्ट में प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया है। पार्टी प्रवक्ता मनीष दोषी ने बताया कि राहुल गांधी 26 जुलाई को शिविर के उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे, जहां 2027 के चुनावों की रूपरेखा और संगठन को जमीनी स्तर पर मज़बूत करने पर जोर रहेगा।
दूध किसानों से सीधा संवाद
शिविर के बाद राहुल गांधी गुजरात की विभिन्न दुग्ध सहकारी समितियों के किसानों और पदाधिकारियों से मुलाकात करेंगे। यह बातचीत उस पृष्ठभूमि में हो रही है जब हाल ही में साबर डेयरी के बाहर किसानों ने दूध की कीमतों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था। अमूल ब्रांड से जुड़ी यह डेयरी सहकारी व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
सहकारी मॉडल पर उठाए सवाल
गुजरात कांग्रेस ने राज्य में सहकारी ढांचे की बदहाली के लिए भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। पार्टी प्रवक्ता मनीष दोषी ने आरोप लगाया कि जिस सहकारी मॉडल को कभी देश भर में आदर्श माना जाता था, वह अब भ्रष्टाचार और अव्यवस्था की गिरफ्त में है। राहुल गांधी का संवाद सहकारिता में पारदर्शिता और किसानों के अधिकारों को लेकर केंद्रित रहेगा।
किसानों की समस्याएं कांग्रेस के एजेंडे में शामिल
राहुल गांधी का यह दौरा किसानों की मौजूदा समस्याओं को समझने और उन्हें पार्टी की आगामी रणनीति में शामिल करने की दिशा में एक अहम कदम है। लागत बढ़ने, भुगतान में देरी और दूध की कीमत तय करने में पारदर्शिता की कमी जैसे मसले लंबे समय से किसानों को प्रभावित कर रहे हैं। कांग्रेस इन्हें आगामी चुनावी घोषणापत्र का हिस्सा बनाना चाहती है।
मिशन 2027 की शुरुआत
कांग्रेस राहुल गांधी के इस गुजरात दौरे को ‘मिशन 2027’ की औपचारिक शुरुआत मान रही है। प्रशिक्षण शिविर, संगठन की मजबूती और किसानों के मुद्दों पर केंद्रित संवाद के जरिए पार्टी जमीनी स्तर पर अपने समर्थन को मज़बूत करने में जुट गई है। राहुल गांधी की उपस्थिति न सिर्फ कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा रही है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में कांग्रेस की सक्रियता का भी संकेत दे रही है।