नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद और विपक्षी नेता राहुल गांधी ने बुधवार को दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में कथित वोटर वेरिफिकेशन और मतों की हेरफेर की बात कही। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव में लगभग 25 लाख वोट चोरी हुई और इसमें फोटो ब्लर जैसी तकनीक का इस्तेमाल किया गया। राहुल ने इस मामले में चुनाव आयोग और बीजेपी पर भी सवाल खड़े किए।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का एक वीडियो दिखाया, जिसमें सीएम ने चुनाव के बाद व्यवस्था का जिक्र किया था। राहुल ने कहा कि इस व्यवस्था के चलते कांग्रेस केवल 25 हजार वोटों से हार गई, जबकि वास्तविक मत परिणामों में बड़े पैमाने पर हेरफेर हुआ। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर यही मॉडल बिहार में अपनाया गया, तो वहां भी मतों की गड़बड़ी हो सकती है। राहुल ने यह भी दावा किया कि बिहार में एक महिला ने एक ही विधानसभा में 100 बार वोट डाला, जो कि ब्राजील की मॉडल है।

चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सभी शिकायतों और दावों की पुष्टि के लिए शपथ पत्र आवश्यक है। आयोग ने स्पष्ट किया कि बिना शिकायत या शपथ पत्र के वह आधारहीन आरोपों पर स्वतः संज्ञान नहीं ले सकता। आयोग ने हरियाणा चुनाव से जुड़े तथ्यों को भी सार्वजनिक किया:

  • मसौदा मतदाता सूची 2 अगस्त 2024 को सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ साझा की गई थी।

  • अंतिम मतदाता सूची 27 अगस्त 2024 को प्रकाशित की गई।

  • मतदान केंद्रों की संख्या: 20,632

  • चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार: 1,031

  • नियुक्त मतदान एजेंटों की संख्या: 86,790

  • मतगणना एजेंटों की संख्या: 10,180

  • मतगणना के दौरान प्राप्त शिकायतें/आपत्तियां: 5

  • चुनाव परिणाम 8 अक्टूबर 2024 को घोषित किए गए।

  • चुनाव याचिकाओं की संख्या: 23

चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि राहुल गांधी को सभी आरोपों के लिए नियमों के अनुसार शपथ पत्र देना होगा, ताकि वास्तविक तथ्यों की जांच की जा सके और किसी भी राजनीतिक दल या व्यक्ति द्वारा आधारहीन आरोप न लगाए जा सकें।

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से राहुल गांधी ने स्पष्ट किया कि मतों की हेरफेर और वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के मुद्दे पर वह सतर्क हैं और चुनाव आयोग को इन दावों की गंभीरता से जांच करनी चाहिए।