कांग्रेस की ओर से टीकाराम जूली मसले पर सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर जमकर निशाना साधा जा रहा है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बाद लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी टीकाराम जूली के साथ हुई घटना का जिक्र करते हुए इस बीजेपी की दलित विरोधी सोच का एक और उदाहरण करार दिया.

राहुल गांधी ने अहमदाबाद में आयोजित कांग्रेस के अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा, “यह हमारा धर्म नहीं है, क्योंकि हमारा धर्म किसी के साथ भेदभाव करना नहीं सिखाता है.” वह पिछले दिनों राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के दर्शन करने के बाद एक मंदिर का शुद्धिकरण किए जाने की घटना पर बीजेपी पर निशाना साध रहे थे.

यह हमारा धर्म नहींः राहुल गांधी

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, “टीकाराम राजस्थान के कांग्रेस विधायक दल के नेता हैं, वह मंदिर गए तो बीजेपी के नेताओं ने उस मंदिर को गंगाजल से धुलवा दिया. बीजेपी के लोग एक दलित व्यक्ति को मंदिर में जाने नहीं देते और अगर वह जाता है तो उस मंदिर को ही धुलवा दिया जाता है.” उन्होंने कहा कि यह हमारा धर्म नहीं है, हमारा धर्म किसी के साथ भेदभाव करना नहीं सिखाता है. हमारा धर्म सभी के साथ समानता और सम्मान देने की बात करता है.

इससे पहले राजस्थान में सत्तारूढ़ बीजेपी के स्थानीय नेता ज्ञानदेव आहूजा ने सोमवार को अलवर के एक राम मंदिर में गंगाजल छिड़ककर इसलिए शुद्धिकरण किया क्योंकि यहां पर एक दिन पहले प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में टीकाराम जूली शामिल हुए थे. हालांकि मामला सामने आने पर बीजेपी ने पूर्व विधायक आहूजा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है. वहीं आहूजा ने अपनी सफाई में कहा कि उनके जातिगत पहलू को देखते हुए ऐसा नहीं किया था.

क्या दलित हिंदू नहीं होतेः खरगे

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने यह दावा किया कि कांग्रेस की विचारधारा में सभी के लिए समानता और सम्मान की भावना है जबकि बीजेपी की विचारधारा में लोगों के प्रति भेदभाव और नफरत दिखता है. यही बीजेपी और कांग्रेस में बुनियादी फर्क है. इससे पहले, राहुल ने सोशल मीडिया X पर एक पोस्ट के जरिए इस घटना की तीखी निंदा की थी.

राहुल गांधी की तरह पार्टी के मल्लिकार्जुन खरगे ने भी इस घटना की आलोचना की और इसे अत्यंत ही निंदनीय बताया. उन्होंने कहा, हमारा नेता प्रतिपक्ष रामनवमी पर मंदिर में गया. भगवान के दर्शन करने के बाद जब वह वापस आया तो मंदिर में गंगाजल छिड़क दिया गया, ये बहुत शर्म की बात है. उन्होंने कहा कि क्या दलित हिंदू नहीं होते हैं? मोदी साहब ये सुधारो. अमित शाह आप के पास गृह मंत्रालय है. आप इन अत्याचारों को बंद करवाएं.