सोना तस्करी केस में रान्या राव को नहीं मिली राहत, जमानत पर फैसला सुरक्षित

बेंगलुरु की आर्थिक अपराध अदालत ने आज गुरुवार को कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव की जमानत याचिका पर अपना आदेश सुरक्षित रख लिया, जिन्हें सोने की तस्करी के आरोप में बेंगलुरु अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया था। शुक्रवार को फैसला आने की उम्मीद है, क्योंकि जांच एजेंसियों ने उनकी हिरासत मांगी है।

एजेंसी ने की अभिनेत्री की हिरासत की मांग
राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं से जुड़ी चल रही जांच के लिए रान्या राव की तीन दिन की हिरासत जरूरी है। डीआरआई की मांग पर अभिनेत्री के वकील ने आपत्ति जताई और कहा कि हिरासत की जरूरत नहीं है। इस पर प्रॉसिक्यूशन ने कहा कि हिरासत की मांग करते समय आपत्तियों पर विचार नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि मामला संवेदनशील है। डीआरआई के वकीलों ने कहा कि प्रोटोकॉल का उल्लंघन हुआ है और मुख्य जानकारी खुली अदालत में पेश नहीं की जा सकती। उन्होंने अदालत से कहा कि यदि आवश्यक हो तो जांच की जानकारी सीलबंद लिफाफे में पेश की जा सकती है।

अदालत ने लिया ये फैसला
अदालत को बताया गया कि पिछले दो दिनों में महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लगी है और ये जानकारियां सार्वजनिक करने से चल रही जांच को खतरा हो सकता है। डीआरआई ने हिरासत की आवश्यकता और गहरी जांच की बात पर जोर दिया। प्रॉसिक्यूशन ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का भी हवाला दिया, जिसके अनुसार ऐसे मामलों में 40 दिनों तक हिरासत में रखा जा सकता है। इन दलीलों के बाद जज ने फैसला सुनाया कि जांच पूरी होने के बाद ही जमानत याचिका पर विचार किया जा सकता है।

क्या है पूरा मामला
अभिनेत्री कर्नाटक राज्य आवास निगम के पुलिस महानिदेशक रामचंद्र राव की सौतेली बेटी हैं। अभिनेत्री को डीआरआई ने सोमवार शाम को उस समय गिरफ्तार किया, जब वह दुबई से बेंगलुरु अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंची थीं। कथित तौर पर उन्होंने अपने डीजीपी पिता के साथ संबंधों का फायदा उठाकर सुरक्षा जांच से बचने की कोशिश की। उनके पास से 12.56 करोड़ रुपये का सोना बरामद होने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उसके बाद डीआरआई अधिकारियों ने लावेल रोड के पॉश इलाके में स्थित उनके बेंगलुरु स्थित घर पर भी छापा मारा। वहां से उन्हें करोड़ों रुपये का सोना और नकदी बरामद हुई।

डीआरआई के रडार पर थीं रान्या
रान्या राव अपनी लगातार अंतरराष्ट्रीय यात्राओं के कारण डीआरआई के रडार पर थीं। अधिकारियों के अनुसार, वह पिछले साल 30 से अधिक बार दुबई जा चुकी थीं। पिछले 15 दिनों में चार बार तो उन्होंने तस्करी का संदेह जताया था। गहन तलाशी में उनके पास चालाकी से छिपाकर रखे गए सोने के बिस्कुट बरामद हुए, जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया।

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