आईपीएल 2025 के दौरान बेंगलुरु में हुई भीषण भगदड़ ने न सिर्फ रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) फ्रैंचाइज़ी को भीतर तक झकझोर दिया, बल्कि पूरे क्रिकेट जगत में सुरक्षा और जिम्मेदारी को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए। इसी पृष्ठभूमि में टीम की सामाजिक पहल ‘आरसीबी केयर्स’ ने छह बिंदुओं वाला एक रणनीतिक मेनिफेस्टो जारी किया है, जिसे भविष्य के लिए ठोस कार्ययोजना बताया गया है। फ्रैंचाइज़ी ने कहा है कि वह बीसीसीआई और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) के साथ मिलकर बेहतर भीड़ प्रबंधन की व्यवस्था पर काम कर रही है ताकि ऐसी घटना दोबारा न हो।
क्या है आरसीबी का खाका
टीम ने सोमवार को बताया कि ‘आरसीबी केयर्स’ केवल तात्कालिक राहत तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि दीर्घकालिक सामाजिक योगदान और प्रशंसकों की सुरक्षा से जुड़ा रहेगा। यह पहल उस घटना के बाद सामने आई है, जब जून 2025 में ट्रॉफी जश्न के दौरान भगदड़ में 11 लोगों की जान चली गई थी। जांच में सामने आया था कि सोशल मीडिया निमंत्रणों के चलते भारी भीड़ उमड़ी और आयोजन के लिए आवश्यक मंजूरी भी पूरी तरह नहीं ली गई थी। पुलिस के लिए हालात संभालना मुश्किल हो गया था, जिसके बाद फ्रैंचाइज़ी को जिम्मेदार ठहराया गया।
घोषित छह प्राथमिकताएँ
आरसीबी केयर्स मेनिफेस्टो में जिन बिंदुओं पर ज़ोर दिया गया है, उनमें शामिल हैं—
- पीड़ितों को तेज़, पारदर्शी और मानवीय सहायता उपलब्ध कराना।
- स्टेडियम और आयोजनों में सुरक्षित एवं समावेशी वातावरण बनाना।
- ग्रामीण कर्नाटक, विशेषकर सिद्दी समुदाय के विकास के लिए कार्यक्रम शुरू करना।
- स्वतंत्र रिसर्च और फैन-सेफ़्टी ऑडिट के जरिए सुरक्षा में निवेश बढ़ाना।
- बेंगलुरु में एक स्मृति स्थल बनाना, जहाँ समर्पित फैंस को सम्मान दिया जाए।
- खेल के माध्यम से भविष्य निर्माण—युवाओं को अवसर, प्रशिक्षण और रोजगार उपलब्ध कराना।
इससे पहले फ्रैंचाइज़ी ने हादसे से प्रभावित परिवारों को 25-25 लाख रुपये की मदद भी दी थी। आरसीबी का कहना है कि यह पहल टीम को केवल एक क्रिकेट फ्रैंचाइज़ी से आगे, समाज में अपनी जिम्मेदारी निभाने वाले संस्थान के रूप में स्थापित करेगी।