संसद में गुरुवार को आंबेडकर के मुद्दे पर भाजपा और विपक्षी गठबंधन इंडिया आमने-सामने आ गए। कार्यवाही शुरू होने से पहले भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए और विपक्षी गठबंधन इंडिया ने संसद में मार्च निकाला। इस दौरान कांग्रेस सांसदों ने संसद के मकर द्वार पर चढ़कर हंगामा किया। उन्होंने डॉ. आंबेडकर से संबंधित टिप्पणी के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की। जबकि भाजपा सांसदों ने भी प्रदर्शन किया और डॉ. आंबेडकर का अपमान करने के लिए कांग्रेस से माफी मांगने की मांग की। प्रदर्शन के दौरान संसद के मकर द्वार पर दोनों दलों के सांसदों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई।
तस्वीरों में देखिए संसद में हुए प्रदर्शन की झलक।

इंडिया ब्लॉक के सांसदों ने सबसे पहले संसद परिसर में बीआर आंबेडकर की प्रतिमा के पास विरोध प्रदर्शन किया। सांसदों हाथों में ‘मैं भी आंबेडकर’, ‘जय भीम’ और ‘अमित शाह माफी मांगो’ जैसे पोस्टर थे। उन्होंने पूरे परिसर में मार्च निकाला। कांग्रेस, डीएमके, आरजेडी, एसपी, लेफ्ट और एनसीपी (एसपी) के सांसदों ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। इस दौरान राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और के कनिमोझी समेत कई विपक्षी सांसद नीले रंग की पोशाक पहने नजर आए। इससे पहले लोकसभा में विपक्ष के नेता ने मुख्य समिति कक्ष में कांग्रेस सांसदों के साथ बैठक की।

मार्च निकालते हुए इंडिया ब्लॉक के सांसद मकर द्वार पर पहुंचे। कुछ कांग्रेस सांसद मकर द्वार पर चढ़कर हंगामा करने लगे। इस दौरान सांसदों को नीचे उतारने के लिए सुरक्षा कर्मियों ने कड़ी मशक्कत की। काफी देर तक नारेबाजी करने के बाद सांसद मकर द्वार से नीचे उतरे। कांग्रेस सांसदों ने कहा कि अमित शाह को माफी मांगनी चाहिए और अगर पीएम मोदी को डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर पर भरोसा है तो उन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए। उन्हें कैबिनेट में रहने का कोई अधिकार नहीं है, उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए तभी लोग चुप रहेंगे, अन्यथा लोग विरोध करेंगे।

भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए सांसदों ने भी संसद परिसर में मार्च निकाला। उन्होंने नारे लगाए और तख्तियां लेकर डॉ. आंबेडकर का अपमान करने के लिए विपक्षी कांग्रेस से माफी मांगने की मांग की। एनडीए सांसदो ने कहा कि डॉ. आंबेडकर का अपमान करने के लिए कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए।

दोनों दलों के सांसद मार्च निकालते हुए संसद के मुख्य द्वार पर पहुंचे। यहां पर दोनों के बीच धक्का-मुक्की हुई। इस दौरान भाजपा सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत गिरकर घायल हो गए। भाजपा के निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने एक बुजुर्ग सांसद को धक्का दिया। वह गिर गए और बाद में उन्हें चोट लग गई। वहीं राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा सांसद मुझे रोकने, धक्का देने और धमकाने की कोशिश कर रहे थे। इसलिए यह हुआ। यह प्रवेश द्वार है और हमें अंदर जाने का अधिकार है।