सरपंच संतोष देशमुख हत्यांकाड में आठ आरोपियों के खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत कडी कार्रवाई की गई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
संतोष देशमुख बीड़ जिले के मसाजोग गांव के सरपंच थे। नौ दिसंबर 2024 को उन्हें अगवा किया गया और उनके साथ मारपीट की गई। बाद में उनकी हत्या कर दी गई। पुलिस के मुताबिक, उनकी हत्या एक उर्जा कंपनी पर हुए जबरन वसूली के प्रयास को रोकने के कारण की गई थी। यह कंपनी पवन चक्की परियोजना चला रही थी।
पुलिस ने हत्या और जबरन वसूली से जुड़े मामले दर्ज किए और बाद में जांच महाराष्ट्र अपराध जांच विभाग (सीआईडी) के विशेष जांच दल (एसआईटी) को सौंप दी। हत्या के मामले में अब तक सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि एक आरोपी फरार है।
बीड़ पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपियों पर मकोका की धारा 3 (1) के तहत संगठित अपराध करने का आरोप लगाया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में सुदर्शन घुले, प्रतीक घुले, सुधीर सांगले, कृष्णा आंधले, विष्णु चाटे, सिद्धार्थ सोनावणे, महेश केदार और जयाराम शामिल हैं। कृष्णा आंधले फरार है। मकोका के तहत अगर अपराध में हत्या शामिल हो तो दोषियों को मौत की सजा या आजीवन कारावास की सजा हो सकती है।