नई दिल्ली। भारत ने अपनी सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर को यूनेस्को में एक और पहचान दिलाई है। महाराष्ट्र के पंचगनी और महाबलेश्वर में डेक्कन ट्रैप्स, आंध्र प्रदेश के तिरुमाला हिल्स समेत सात नई संपत्तियों को यूनेस्को की विश्व धरोहर अंतरिम सूची में शामिल किया गया है।
यूनेस्को में भारत के स्थायी प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि इन संपत्तियों को सूची में शामिल करना देश की अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और संवर्धन के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
यूनेस्को इंडिया ने 12 सितंबर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट के माध्यम से इसकी जानकारी साझा की। स्थायी प्रतिनिधिमंडल के बयान में कहा गया कि प्राकृतिक श्रेणी की इन सात संपत्तियों में महाराष्ट्र के पंचगनी और महाबलेश्वर में डेक्कन ट्रैप्स, कर्नाटक के सेंट मैरी द्वीप समूह की भूवैज्ञानिक विरासत, मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स की गुफाएं, नागालैंड के किफिर में नागा हिल ओफियोलाइट शामिल हैं।
इसके अलावा आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में एर्रा मट्टी डिब्बालु और तिरुपति में तिरुमाला हिल्स की प्राकृतिक विरासत तथा केरल के वर्कला की प्राकृतिक विरासत को भी अंतरिम सूची में शामिल किया गया है।
इन नई संपत्तियों के शामिल होने के साथ ही भारत की अंतरिम सूची में कुल संपत्तियों की संख्या अब 69 हो गई है।