प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शीतकालिन सत्र से पहले कहा कि आज से शीतकालिन सत्र की शुरुआत हो रही है उम्मीद है माहौल भी शीत रहेगा. पीएम मोदी ने कहा कि संसद का ये सत्र कई मामलों में विशेष है. सबसे बड़ी बात है कि हमारे संविधान की यात्रा का 75वें साल में प्रवेश अपने आप में लोकतंत्र के लिए एक बहुत ही उज्जवल अवसर है.

पीएम मोदी ने कहा कि हम चाहते हैं कि पार्लियामेंट में स्वस्थ्य चर्चा हो, इसमें ज्यादा से ज्यादा लोग चर्चा में अपना योगदान दें. दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए, जिनको जनता ने 80-90 बार नकार दिया है, वो अपने हुड़दंगबाजी से संसद को कंट्रोल करने का प्रयास कर रहे हैं. उनका अपना मकसद को संसद की गतिविधियों को रोकने से ज्यादा सफल नहीं होता लेकिन देश की जनता उनके इस व्यवहार को काउंट करती है और जब समय आता है तो सजा भी देती है.