आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में शनिवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बीच भगदड़ मचने से नौ लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों में आठ महिलाएं और एक बच्चा शामिल है, जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। यह हादसा श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर परिसर में उस समय हुआ, जब एकादशी और कार्तिक मास का पर्व एक ही दिन होने के कारण हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे थे।
मंदिर के संस्थापक और पुजारी मुकुंद पांडा ने हादसे पर दुख जताते हुए खुद को जिम्मेदार मानने से इनकार किया। उन्होंने कहा, “लोग अचानक एक साथ आगे बढ़ गए, जिससे भगदड़ मच गई। मैं हर दिन की तरह पूजा की तैयारी कर रहा था। इतनी बड़ी भीड़ की उम्मीद नहीं थी, इसलिए मैंने पुलिस को सूचना नहीं दी।”
पांडा ने बताया कि वे सुबह से दोपहर तक बिना खाए भीड़ को संभालने की कोशिश कर रहे थे। “मैंने सभी से कतार में रहने को कहा, लेकिन अचानक स्थिति बिगड़ गई। अगर लोग दौड़ पड़ें, तो मैं क्या कर सकता हूं?” उन्होंने कहा।
स्थानीय पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह मंदिर एक निजी परिसर में बना है और आवश्यक अनुमतियों के बिना संचालित किया जा रहा था। प्रारंभिक जांच में आयोजकों द्वारा सुरक्षा प्रोटोकॉल की अनदेखी सामने आई है। पुलिस ने मामले में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।