भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शुक्रवार को पार्टी के सभी प्रदेश अध्यक्षों के साथ बैठक करेंगे। पार्टी के राष्ट्रीय मुख्यालय में होने वाली इस उच्च स्तरीय बैठक में सभी प्रदेश अध्यक्ष अपने राज्यों के सांसदों के क्षेत्र में केंद्र सरकार की योजनाओं के हुए कार्यों की रिपोर्ट पेश करेंगे। आगामी लोकसभा चुनावों की दृष्टि से इस रिपोर्ट को बहुत महत्त्वपूर्ण माना जा रहा है।
भाजपा ने 30 मई से 30 जून के बीच एक महीने तक पूरे देश में एक अभियान चलाया था। इसके अंतर्गत पूरे देश में केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी लोगों को देनी थी और हर वर्ग के लोगों से संपर्क करना था। इसी अभियान के अंतर्गत पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने सभी प्रदेश अध्यक्षों से सांसदों के क्षेत्रों में हुए कार्यों की रिपोर्ट मांगी थी, जिसे अब सात जुलाई को पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के सामने पेश किया जाना है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, इस रिपोर्ट में बेहतर प्रदर्शन करने वाले सांसदों को 2024 के चुनाव में दुबारा चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है तो खराब प्रदर्शन करने वाले सांसदों की छुट्टी की जा सकती है। पार्टी ने केंद्र सरकार के कार्यों के साथ-साथ सांसदों की अपने क्षेत्र में उपस्थिति, लोगों के बीच उनकी लोकप्रियता और पार्टी की योजनाओं को आगे बढ़ाने में उनकी सक्रियता की जानकारी भी मांगी थी जो किसी सांसद की योग्यता-अयोग्यता का बड़ा आधार बन सकते हैं।
कोई अवसर नहीं देगी पार्टी
विपक्षी दलों की एकता की कोशिशों के बीच भाजपा अपनी पूरी तैयारी कर रही है। पार्टी से लेकर सरकार तक में शीर्ष नेताओं की जिम्मेदारियों में बदलाव किया जा रहा है। चार प्रदेशों के अध्यक्ष बदल दिए गए हैं, तो कई और राज्यों में संगठन में बड़ा बदलाव एक-दो दिन में देखने को मिल सकता है। कई मंत्रियों को संगठन में तो कई नए चेहरों को मंत्रिमंडल में सम्मिलित किया जा सकता है। माना जा रहा है कि पार्टी अपनी तरफ से पूरी तैयारी कर विपक्ष को कोई अवसर देने के मूड में नहीं है।