कोच्चि में एक आईटी कंपनी के कर्मचारी और उसकी प्रेमिका ने फिल्मी अंदाज में वारदात को अंजाम दिया। दोनों ने कर्ज उतारने और सोने के लालच में एक महिला की हत्या की साजिश रची। हत्या करने के लिए आईटी कंपनी का कर्मचारी चाकू-बंदूक नहीं बल्कि डंबल लेकर पहुंचा। पुलिस और अन्य किसी को शक न हो इसलिए दो बार ऑटो बदला और सीसीटीवी कैमरे की नजर से बचने के लिए हेलमेट पहना था। शराब के नशे में आरोपी ने पहले महिला के सिर पर डंबल से वार किए। इसके बाद उसका गला तकिये से घोंट दिया। उसने घटना को हादसा दिखाने के लिए उसकी लाश बाथरूम में रख दी। पुलिस ने जांच के बाद आईटी कर्मचारी और उसकी प्रेमिका को गिरफ्तार कर लिया।
थ्रिक्काकारा निवासी गिरीश बाबू और उसकी प्रेमिका त्रिपुनिथुरा के निवासी कदीजा लंबे समय से लोन ऐप और क्रेडिट कार्ड के जरिये लिए गए कर्ज से जूझ रहे थे। लगातार बढ़ रहे कर्ज को उतारने के लिए उन्होंने एक महिला की हत्या की साजिश रची। दोनों ने पेरुंबवूर के चुंडिकुझी की मूल निवासी जयसी अब्राहम के साथ दोस्ती की। जयसी कूनमथाई में किराये के अपार्टमेंट में अकेली रहती थी। जयसी रियल एस्टेट एजेंट थी। इसके चलते गिरीश और उसकी प्रेमिका को भरोसा था कि उसके अपार्टमेंट में काफी नकदी और सोना हो सकता है। दोनों ने मिलकर जयसी की हत्या की साजिश रची।
घटना वाले दिन 17 नवंबर को आईटी कर्मचारी गिरीश जयसी के अपार्टमेंट में पहुंचा। उसने सीसीटीवी कैमरों की नजर में आने से बचने के लिए हेलमेट पहना हुआ था। वह ऐसे समय पर जयसी के घर पहुंचा कि फ्लैट के आसपास कोई न हो। पुलिस ने बताया कि आरोपी गिरीश ने जयसी के अपार्टमेंट तक पहुंचने के लिए दो ऑटो रिक्शा बदले। वह शराब और डंबल लेकर रात करीब 10.20 बजे जयसी के घर पहुंचा।
पहले शराब पी और नशे में किया हमला
जयसी गिरीश को जानती थी तो उसने गिरीश को अंदर आने का न्योता दिया। इसके बाद गिरीश ने जयसी के साथ शराब पी। इसके बाद जब वह नशे में थी तो उसके सिर पर डंबल से वार करके हमला किया। पुलिस ने कहा कि जब जयसी ने चीखने का प्रयास किया तो तकिये से उसका गला घोंट दिया। इसके बाद आरोपी ने घटना को हादसा दिखाने के लिए शव को बाथरूम में गिरा दिया। फ्लैट में ताला लगाकर जाने से पहले उसने दो सोने की चूड़ियां और दो मोबाइल फोन चुरा लिए।
पुलिस की गतिविधि पर रखी नजर
एक अधिकारी ने बताया कि हत्या के बाद आरोपी ने पुलिस की गतिविधि पर नज़र रखने के लिए कई दिनों तक इलाके में आवाजाही की। कोच्चि सिटी पुलिस कमिश्नर पुट्टा विमलादित्य की देखरेख में डीसीपी केएस सुदर्शन के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल ने घटना के एक सप्ताह के भीतर गिरीश बाबू और कदीजा को गिरफ्तार कर लिया।