चायनीज लहसुन बिकने का मामला अब इलाहाबाद हाई कोर्ट पहुंचा

देश में बैन के बाद भी चाइनीज लहसुन मिल रहा है. इसे लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ बताया जा रहा है. शुक्रवार को इस मामले को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में सुनवाई हुई. चाइनीज लहसुन के बिकने के मामले में सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकार से जवाब मांग लिया है.

हाई कोर्ट ने दोनों सरकारों से पूछा गया है कि आखिर बैन के बाद भी चाइनीज लहसुन कैसे मिल रहा है. जस्टिस राजन रॉय और ओम प्रकाश शुक्ल की डबल बेंच अब इस मामले की सुनवाई एक अक्टूबर को करेगी. हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने केंद्र और यूपी सरकार से पूछा है कि प्रतिबंध के बाद भी चाइनीज लहसुन बाजार में क्यों मिल रहा है?

सस्ता और दिखने में अच्छा लगता है

चाइनीज लहसुन सस्ता होता है. दिखने में देसी लहसुन से अच्छा लगता है. छील कर इस्तेमाल करने में आसान रहता है. बैन के बावजूद लखनऊ में चोरी छिपे ये बाजार में बिक रहा है. कई दुकानदार भी इस बात को मान रहे हैं कि बैन के बाद भी बाजार में चाइनीज लहसुन धड़ल्ले से बिक रहा है. कुछ ऐसे ग्राहक जिनको पता रहता है वो तो लेने से मना कर देते हैं, लेकिन जिनको पता नहीं होता है वो चुप चाप खरीद लेते हैं.

कैसे होती है चाइनीज लहसुन की खेती ?

  • चाइनीज लहसुन की खेती सीवेज के पानी से होती है
  • लेड, आर्सेनिक, मरकरी से फसल तैयार होती है
  • सफेद दिखने के लिए क्लोरीन से ब्लीच होता है
  • ब्लीच के लिए मिथाइल ब्रोमाइड का भी इस्तेमाल

बोन कैंसर का बढ़ सकता है खतरा

अब जब इसकी खेती नाले के पानी से की जाती है तो इसका सीधा असर आपकी सेहत पर पड़ता है. चीनी लहसुन में हेवी मेटल के कारण बोन कैंसर या फिर दूसरे प्रकार के कैंसर हो सकते हैं. संक्रामक और गैर संक्रामक बीमारियां हो सकती है, जबकि मिथाइल क्रोमाइड के कारण सांस की तकलीफ या फिर नर्वस सिस्टम में समस्या आ सकती है.

सबसे बड़ा फर्क रंग का होता है

रिपोर्ट से साफ है कि चीनी लहसुन सेहत के लिए बड़ा खतरा है, लेकिन सवाल है कि अब आप बाजार में देसी और चीनी लहसुन में फर्क कैसे पकड़पाएंगे. चीनी और देसी लहसुन में सबसे बड़ा फर्क रंग का होता है. चीनी लहसुन बिल्कुल सफेद दिखता है, जबकि देसी लहसुन हल्का पीला होता है. साइज में भी चीनी लहसुन बड़ा जबकि देसी लहसुन छोटा होता है.

इसके साथ ही दोनों लहसुन के स्वाद में भी फर्क होता है. चाइनीज लहसुन में स्वाद नहीं होता है और देसी लहसुन में तीखेपन का स्वाद होता है. देशी लहसुन में स्मेल बहुत अधिक होती है, और चीनी लहसुन में स्मेल ना के बराबर होती है, लेकिन चीनी लहसुन आपकी जेब पर भी भारी है इसकी बड़ी वजह है इसका सफेद दिखना और साइज में बड़ा होना.

मोतीलाल यादव नामक शख्स ने दायर की है याचिका

मोतीलाल यादव नामक शख्स ने चाइनीच लहसुन को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट के लखनऊ बेंच के सामने जनहित याचिका दायर की है. यादव ने कहा कि बैन के बावजूद चाइनीज लहसुन बाजार में खूब बिक रहा है. भारत सरकार ने साल 2014 में ही इस पर बैन लगा दिया गया था. यादव आधा किलो चाइनीज लहसुन भी अपने साथ लेकर अदालत पहुंचे हुए थे. अब इसे जांच के लिए फूड सेफ्टी विभाग के लैब में भेजा गया है. रिपोर्ट आने में 15 दिन का समय लग सकता है.

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