भारत से पंगा लेना मालदीप को भारी पड़ रहा है. इंडिया के लोगों ने जब से मालदीव को बॉयकॉट करना शुरू किया है मालदीव को हर दिन करोड़ों का नुकसान हो रहा है. मालदीप का रेवेन्यू टूरिस्ट और टूरिज्म पर सबसे ज्यादा निर्भर है. ऐसे में अब बॉयकॉट से उसकी कमाई को बड़ा नुकसान पहुंच रहा है. हालात संभालने के लिए मालदीव बार-बार भारत से मदद की गुहार लगा रहा है और भारत ने कई बार देश की मदद की है. एक बार फिर आर्थिक संकटों से जूझ रहे मालदीव की मदद के लिए भारत ने हाथ बढ़ाया है.

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने मालदीव के वित्त मंत्रालय द्वारा जारी किए गए 5 करोड़ अमेरिकी डॉलर के ट्रेजरी बिल को सब्सक्राइब किया है. यह सब्सक्रिप्शन एक साल की अवधि के लिए है, जो 19 सितंबर, 2024 से शुरू होती है. ट्रेजरी बिल्स को सब्सक्राइब करने का मतलब है कि एसबीआई, मालदीव की सरकार को एक निश्चित अवधि के लिए पैसा उधार दे रही है.

पहले भी मदद कर चुका है SBI

इससे पहले मई 2024 में एसबीआई ने इसी तरह मालदीव सरकार के अनुरोध पर उसी मैकेनिज्म के तहत 5 करोड़ अमेरिकी डॉलर के टी-बिल सब्सक्राइब किए थे. ये सब्सक्रिप्शन आपातकालीन फाइनेंशियल सहायता के लिए मालदीव सरकार के अनुरोध पर किए गए हैं.

क्या होते हैं ट्रेजरी बिल्स?

ट्रेजरी बिल्स सरकार द्वारा जारी किए गए शॉर्ट-टर्म डेट इंस्ट्रूमेंट्स होते हैं, जिनका इस्तेमाल सरकार अपनी शॉर्ट टर्म की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए करती है. मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर वर्तमान में श्रीलंका में हैं. हाल ही में जमीर ने दावा किया कि देश जिन वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहा है वो अस्थायी हैं और इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) से मदद लेने की कोई आवश्यकता नहीं है.