तो मैं सांसद पद से दे दूंगा इस्तीफा…वक्फ संशोधन विधेयक पर बोले ए राजा

द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) ने बुधवार को वक्फ संशोधन विधेयक का कड़ा विरोध किया. डीएमके सांसद ए राजा ने कहा कि अभी थोड़ी देर पहले मंत्री ने करेजियस स्पीच दी. हिम्मत के साथ कहता हूं कि कल आप अपनी स्पीच के टेक्स्ट को जेपीसी की रिपोर्ट से मिलाइएगा. मैच कर जाए तो इस सदन की सदस्यता से इस्तीफा दे दूंगा.

उन्होंने कहा कि आज का दिन इस संसद के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है कि सेक्यूलर देश किस तरफ जाएगा. उन्होंने वक्फ बिल को असंवैधानिक बताते हुए तमिलनाडु विधानसभा से पारित प्रस्ताव का जिक्र करते हुए कहा कि राजनीतिक बिल इस सदन के माध्यम से पूरे देश पर थोपा जा रहा है.

उन्होंने तमिलनाडु की ओर से पारित प्रस्ताव को अनदेखा किया जाता है तो ये देश की एकता पर ये सवाल है. आज ये कह रहे हैं कि धर्म एक विषय है, संपत्ति दूसरा. हमें पाठ मत पढ़ाइए.

डीएमके ने भाजपा पर साधा निशाना

उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस पार्टी का लोकसभा में एक भी मुस्लिम सांसद नहीं है, वह विडंबनापूर्ण रूप से अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करने जा रही है.

लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान बोलते हुए, डीएमके सांसद ए राजा ने कहा कि विडंबना यह है कि अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा एक ऐसी पार्टी द्वारा की जाने वाली है, जिसमें मुस्लिम समुदाय का एक भी सदस्य नहीं है.

संसद के लिए आज है अहम दिन

उन्होंने कहा कि आज भारतीय संसद के लिए हमारे भाग्य का फैसला करने का एक उल्लेखनीय दिन है कि क्या यह धर्मनिरपेक्ष देश उस रास्ते पर चलने जा रहा है जो संविधान के पूर्वजों द्वारा अच्छी तरह से लिखा गया था या देश में सांप्रदायिक ताकतों द्वारा तय किए गए नकारात्मक मार्ग पर चलने जा रहा है.

इससे पहले, लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक, 2025 पेश करते हुए, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने सवाल किया कि देश और मुसलमानों के विकास के लिए वक्फ संपत्तियों का उपयोग क्यों नहीं किया गया है? विधेयक पेश करने के लिए कोई मुस्लिम सांसद नहीं है…वे मुस्लिम समुदाय का एक भी सदस्य पैदा करने में सक्षम नहीं हैं और वे नैतिकता दे रहे हैं कि कैसे धर्मनिरपेक्षता की रक्षा की जा सकती है.

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