पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना द्वारा शुरू किया गया ऑपरेशन सिंदूर लगातार चर्चा में है। सेना की इस कार्रवाई ने न सिर्फ देश में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी छाप छोड़ी है। रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने बताया कि इस ऑपरेशन को लेकर सैनिकों का मनोबल शुरू से ही ऊंचा था और सभी को भरोसा था कि वे दुश्मन पर भारी पड़ेंगे।
राजेश सिंह ने एनडीटीवी डिफेंस समिट में बातचीत के दौरान कहा कि अभियान की शुरुआत में कुछ चुनौतियाँ जरूर आईं, लेकिन हर नए दिन के साथ सेना और बेहतर प्रदर्शन करती गई। उन्होंने कहा कि उस दौरान उन्होंने टेनिस खेलकर तनाव को संभाला और मानसिक संतुलन बनाए रखा।
“वॉर रूम में शुरू में जाने की अनुमति नहीं थी”
रक्षा सचिव ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने ऑपरेशन में प्रत्यक्ष भूमिका नहीं निभाई। शुरुआत में उन्हें वॉर रूम में प्रवेश की अनुमति नहीं थी, हालांकि अभियान की हर अहम अपडेट उन्हें मिलती रही। उनके अनुसार, “हमें कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। हम पहले दिन से आश्वस्त थे कि अगर दुश्मन ने आगे कोई कदम बढ़ाया, तो हम उसे पूरी तरह से नष्ट कर देंगे।”
ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। इसके जवाब में भारतीय सेना ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू कर पाकिस्तान स्थित कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना को भी बड़ा नुकसान हुआ और उसके 9 वायुसेना स्टेशन तबाह कर दिए गए।
इसके अलावा, पिछले महीने ऑपरेशन महादेव के दौरान भारतीय सेना ने पहलगाम हमले में शामिल तीनों आतंकियों को मार गिराया था।