इस वर्ष दीपावली का पर्व पांच दिन नहीं, बल्कि छह दिन तक मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्यों और पंडितों के अनुसार दीपावली का शुभारंभ धनतेरस से होता है और यह भाई दूज तक चलता है। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि से शुरू होकर शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि तक इसका आयोजन होता है।

त्योहारों की तिथियां:

  • धनतेरस: 18 अक्टूबर (कृष्ण पक्ष त्रयोदशी, दोपहर 12:18 बजे से 19 अक्टूबर दोपहर 1:51 बजे तक)

  • नरक चतुर्दशी/काली चौदस: 19 अक्टूबर, दोपहर 1:51 बजे से 20 अक्टूबर दोपहर 3:44 बजे तक

  • दीपावली: 20 अक्टूबर, दोपहर 3:44 बजे से 21 अक्टूबर 5:54 बजे तक (अमावस्या)

  • अन्नकूट/गोवर्धन पूजा: 22 अक्टूबर, शाम 5:54 बजे से रात 8:16 बजे तक

  • भाई दूज: 23 अक्टूबर, रात 8:16 बजे से दोपहर 10:46 बजे तक

खरीदारी और पूजा के शुभ मुहूर्त:

  • 16 अक्टूबर (मघा नक्षत्र, दशमी तिथि): व्यवसाय, नौकरी, बड़ी मीटिंग और डील के लिए शुभ

  • 17 अक्टूबर (रमा एकादशी, गोवत्स द्वादशी): व्रत-उपवास और पूजा; घर की सजावट, इलेक्ट्रॉनिक और फर्निशिंग की खरीदारी के लिए शुभ

  • 18 अक्टूबर (धनतेरस, उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र, त्रयोदशी तिथि): धन्वंतरि पूजा; सोना-चांदी, बर्तन, हेल्थ इंश्योरेंस, स्वास्थ्य सुधार की चीजें खरीदने के लिए शुभ

  • 19 अक्टूबर (रूप चतुर्दशी, उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र, चतुर्दशी तिथि): वाहन, प्रॉपर्टी, इलेक्ट्रॉनिक सामान और लंबी अवधि के निवेश के लिए शुभ

  • 20 अक्टूबर (दीपावली, हस्त नक्षत्र, अमावस्या): सोना-चांदी, सिक्के, आभूषण, कलश, श्रीयंत्र, बहीखाता और पूजा सामग्री खरीदना शुभ

विशेष जानकारी:
कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की तिथियों के अनुसार पूजा और खरीदारी के लिए समय का विशेष महत्व है। इस बार दीपावली के अवसर पर शुभ मुहूर्तों के अनुसार सोना-चांदी और निवेश संबंधी सामान खरीदना लाभकारी रहेगा।