विदेशों में युद्ध रुकवाने वाले पेपर लीक नहीं रुकवा पा रहे: कांग्रेस ने केंद्र सरकार को घेरा

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी का रिजल्ट जारी कर चुकी है, जिसमें 67 अभ्यर्थियों ने टॉप स्थान हासिल किया है, जिनमें से अधिकांश राजस्थान से हैं. एजेंसी ने बताया कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) में टॉप रैंक पाने वालों में 14 लड़कियां भी शामिल हैं. अब इस परीक्षा के रिजल्ट को लेकर सवाल उठने लग गए हैं. साथ ही साथ राजनीति गरम हो गई. नीट का रिजल्ट विवादों से घिर गया है.

कांग्रेस ने इस नीट के रिजल्ट को लेकर सवाल उठाते हुए सरकार पर हमला बोला है. उसने कहा है कि NEET परीक्षा के बाद अब NEET का रिजल्ट भी विवादों में है. NEET का रिजल्ट आने के बाद 1 ही सेंटर के 6 छात्रों के 720 में से 720 अंक आने पर सवाल उठ रहे हैं. इसके अलावा, NEET परीक्षा से जुड़ी कई और धांधलियां भी सामने आईं हैं.’

कांग्रेस ने कहा, ‘पहले पेपरलीक और अब रिजल्ट में गड़बड़ी से देश के लाखों युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है. साफ है कि ये सरकार कोई भी पेपर बिना लीक किए नहीं करवा सकती. साहेब का दावा तो विदेशों में युद्ध रुकवाने का होता है, लेकिन वे देश में पेपरलीक भी नहीं रुकवा पा रहे हैं.’

सोशल मीडिया पर NEET रिजल्ट को लेकर भड़के छात्र

सोशल मीडिया पर एक पीडीएफ वायरल हुई है, जिसमें दावा किया गया है कि टॉपर लिस्ट के सीरियल नंबर एक जैसे हैं. ये सभी एक ही सेंटर के अभ्यर्थी हैं. जितने भी सीरियल में एक जैसे नंबर दिखाई दे रहे हैं उनमें किसी भी स्टूडेंट का सरनेम नहीं है. लिस्ट में देखा गया है कि 6 स्टूडेंट्स को 720 में से 720 नंबर मिले हैं, जबकि दो स्टूडेंट ऐसे हैं जिन्हें 719, 718 अंक हासिल हुए हैं. छात्रों ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी भड़ास निकाली है और वह आरोप लगा रहे हैं कि सेंटर्स को मैनेज किया गया है.

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने लग रहे आरोपों पर स्पष्टीकरण दिया है. उसका कहना है कि परीक्षा वाले दिन कई अभ्यर्थियों का समय खराब हुआ था, जिसके चलते उन्होंने शिकायत दर्ज करवाई थी. इसको लेकर नॉर्मलाइजेशन का फॉर्मूला अपनाया गया. ऐसा टाइम लॉस के समय किया जाता और स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स दिए गए. यही वजह है कि स्टूडेंट्स को 718 और 719 नंबर दिए गए हैं.

67 स्टूडेंट्स के समान अंक

NTA का कहना है कि 56.4 फीसदी स्टूडेंट्स ने परीक्षा पास की है. 67 स्टूडेंट्स ने समान 99.997129 फीसदी अंक हासिल किए हैं इसलिए उन्होंने ऑल इंडिया रैंक शेयर की हैं, मेरिट सूची टाई-ब्रेकिंग फॉर्मूले का इस्तेमाल करके तैयार की जाएगी, जिसमें बायोलॉजी में हाई मार्क्स या प्रतिशत अंक प्राप्त करने वालों को प्राथमिकता दी जाएगी, उसके बाद रसायन विज्ञान और भौतिकी को प्राथमिकता दी जाएगी.

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