केरल के वायनाड में भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन ने तबाही मचा दी। अब तक इस हादसे में 150 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन ने बताया कि प्रधानमंत्री भूस्खलन की स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं। कुरियन ने वायनाड में भूस्खलन से प्रभावित लोगों से मुलाकात की।

केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन ने कहा, "प्रधानमंत्री भूस्खलन की स्थिति पर करीब से नजर रख रह हैं और उन्होंने मुझे प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के लिए भेजा है। गृह मंत्रालय के दोनों नियंत्रण कक्ष 24x7 स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। राज्य को हरसंभव सहायता पहुंचाने के लिए भी काम किया जा रहा है।"

भूस्खलन के कार अबतक करीब 180 लोग लापता हो चुके हैं। 300 से भी ज्यादा पूरी तरह से नष्ट हो गए। भूस्खलन के कारण मुंडक्कई और चूरलमाला इलाके बहुत ज्यादा प्रभावित हुए हैं। खोज और बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ की दो टीमें, भारतीय सेना की दो टुकड़ियां और दो आईएएफ हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं। इसके अलावा एनडीआरएफ की तीन अतिरिक्त टीमें प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचने वाली है। खोज एवं बचाव कार्य के लिए एक डॉग स्क्वायड को भी तैनात किया गया है।

क्षतिग्रस्त पुल के दूसरी ओर बचाव कर्मियों की आवाजाही स्थापित करने में सहायता के लिए भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस जमोरिन को भी तैनात किया गया है। जरूरत पड़ने पर केंद्र की तरफ से भी अतिरिक्त संसाधन भेजे जाएंगे।

वहीं मौसम विभाग के अनुसार वायनाड में आने वाले कुछ दिन और खराब हो सकते हैं। मौसम विभाग ने वायनाड के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जबकि पड़ोसी मलप्पुरम, कोझिकोड और कनूर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। तेज बारिश के कारण बचाव अभियान प्रभावित हो सकता है।