नदियों के बहाव और कीचड़ के बीच से लोगों के शरीर के अंग भी मिल रहे हैं, जो काफी दर्दनाक है. लोगों की चीख-पुकार हर ओर से गूंज रही है.
वायनाड जिले में लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से बचाव कार्य में रुकावट आ रही है, हालांकि सेना, नौसेना और एनडीआरएफ के रेस्क्यू टीम खराब मौसम के बीच लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं.ये घटना सुबह के वक्त हुई जब लोग अपने घरों में सो रहे थे, इस तबाही ने कई घर उजाड़ दिए हैं, हर ओर मातम ही नजर आ रहा है. कई मकान जमींदोज हो गए हैं और नदियां उफान पर हैं, जिसमें कई लोगों के लापता होने की भी खबर है.अब तक इस घटना में सैकड़ों लोगों की मौत की खबर सामने आ चुकी है, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. मलबे में मिल रहे शवों को पोस्टमार्टम के लिए अलग-अलग अस्पतालों के मुर्दाघरों में ले जाया जा रहा है.ये घटना सुबह के वक्त हुई जब लोग अपने घरों में सो रहे थे, इस तबाही ने कई घर उजाड़ दिए हैं, हर ओर मातम ही नजर आ रहा है. कई मकान जमींदोज हो गए हैं और नदियां उफान पर हैं, जिसमें कई लोगों के लापता होने की भी खबर है.वायनाड में हुए लैंडस्लाइड के बीच आ रही तस्वीरों में तबाही का मंजर साफ नजर आ रहा है. इन तस्वीरों में देखा जा सकता है कि कैसे एक गाड़ी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं और कीचड़ में सनी हुई है. टूटी-फूटी गाड़ियों से डरावने लैंडस्लाइड का अंदाजा लगाया जा सकता है.30 जुलाई, 2024 को वायनाड के लोगों की सुबह काफी दर्दनाक हुई तो वहीं कई लोगों को आंख खोलने तक का मौका नहीं मिला. सुबह में ही वहां पर लैंडस्लाइड की घटना हुई, जिसने कई घरों को पूरी तरह से तबाह कर दिया, कई लोग नदियों के बहाव में बह गएलैंडस्लाइड की वजह नदियों का बहाव और ज्यादा तेज हो गया है. मलबे में फंसे होने की वजह से कई लोगों की मौत हो गई है. कई परिवार वालों ने शवों की पहचान कर ली है.नदियों के तेज बहाव में लोगों के साथ कई घर और गाड़ियां बह गईं है. गांवों के इलाके में चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है और तबाही साफ दिखाई दे रही है.भीषण बारिश के बीच लोगों के बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की 3 टीमें काम कर रही हैं. मलबे में फंसे लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा रहा है.