ओडिशा के प्रतिष्ठित उत्कल यूनिवर्सिटी में कल मंगलवार को छात्र संगठनों और जय भीम के सदस्यों के बीच झड़प हो गई. इस झड़प में कम से कम 9 लोग घायल भी हो गए थे. घायलों में छात्र और जय भीम के कार्यकर्ताओं सहित 8 को मामूली चोटें आई हैं, जबकि एक छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे कैपिटल अस्पताल में भर्ती कराया गया. हिंसा पर एबीवीपी ने अपनी सफाई में कहा कि कैंपस में किसी भी तरह की हिंसा में संगठन की कोई संलिप्तता नहीं है.
उत्कल यूनिवर्सिटी के छात्रों एबीवीपी और एनएसयूआई के कुछ सदस्यों ने जय भीम संगठन द्वारा संस्थान के कन्वेंशन सेंटर में कार्यक्रम आयोजित करने का विरोध किया जिससे वहां पर तनाव पैदा हो गया. इस कार्यक्रम में भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद और जय भीम के सैकड़ों समर्थक शामिल हो रहे थे. हालांकि कन्वेंशन सेंटर आमतौर पर यूनिवर्सिटी या सरकारी कार्यक्रमों के लिए रिजर्व होता है.
हिंसा के बाद कैंपस में कड़ी सुरक्षा
कैंपस के अंदर तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यूनिवर्सिटी कैंपस में पुलिस की चार प्लाटून और दो एसीपी को तैनात करना पड़ा.
झड़प और हिंसा को लेकर छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि उत्कल यूनिवर्सिटी में एक राजनीतिक व्यक्ति के कार्यक्रम के दौरान छात्रों और गैर-छात्रों के बीच हंगामा होना दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. यूनिवर्सिटी के कुलपति और रजिस्ट्रार ने कैंपस में राजनीतिक कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति देकर यूनिवर्सिटी में अराजकता पैदा कर दी है. इस घटना को लेकर छात्रों में 2 गुटों के बीच असंतोष और हिंसा देखी गई.
हम हिंसा का समर्थन नहीं करतेः ABVP
एबीवीपी ने कहा, “अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने गैर-छात्रों द्वारा छात्रों की पिटाई और यूनिवर्सिटी में किसी भी तरह की हिंसा का समर्थन नहीं किया है और न ही करेगा, इसलिए यूनिवर्सिटी में कार्यक्रम के दौरान हिंसा में शामिल सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.”
साथ ही एबीवीपी के राज्य सचिव ने साफ तौर से कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ओडिशा का एक भी कार्यकर्ता हिंसा में शामिल नहीं था, बल्कि हम उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं जिन्होंने हिंसा की और मीडिया पर हमला किया.
इस बीच हिंसा के बाद एबीवीपी और जय भीम दोनों के सदस्यों ने डीसीपी पिनाक मिश्रा से भी मुलाकात की और घटना में हस्तक्षेप की मांग की. डीसीपी ने बताया, “भीम आर्मी यूनिवर्सिटी अधिकारियों की इजाजत से कन्वेंशन सेंटर में कार्यक्रम का आयोजन कर रही थी और हमने इसके लिए पुलिस की तैनाती भी की थी. लेकिन यूनिवर्सिटी के कुछ छात्रों ने इस कार्यक्रम का विरोध किया जिससे तनाव पैदा हो गया. कार्यक्रम के बाद भी हाथापाई हुई. हालांकि, स्थिति को तुरंत नियंत्रण में लाया गया.