नई दिल्ली: बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में एनडीए की बैठक के बाद आधिकारिक रूप से घोषणा की कि सी पी राधाकृष्णन एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे।
कौन हैं सी पी राधाकृष्णन:
चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन, जिन्हें सी पी राधाकृष्णन के नाम से जाना जाता है, तमिलनाडु के कोयंबटूर से दो बार लोकसभा के लिए चुने जा चुके हैं। वर्तमान में वे महाराष्ट्र के 24वें राज्यपाल हैं। उनका जन्म 20 अक्टूबर 1957 को तिरुपुर, तमिलनाडु में हुआ था और उन्होंने कोयंबटूर के चिदंबरम कॉलेज से बी.बी.ए. (व्यवसाय प्रशासन) की पढ़ाई पूरी की।
राधाकृष्णन दक्षिण भारत में बीजेपी के वरिष्ठ और सम्मानित नेताओं में गिने जाते हैं। वे पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति के सदस्य हैं और पूर्व में केरल प्रभारी के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। 2016 से 2019 तक वे अखिल भारतीय कोऑर्डिनेशन बोर्ड के अध्यक्ष रहे। उन्होंने 2004, 2012 और 2019 में कोयंबटूर लोकसभा सीट से बीजेपी का उम्मीदवार भी रहे, हालांकि उन्हें जीत नहीं मिली।
राजनीतिक जीवन की शुरुआत उन्होंने मात्र 16 साल की उम्र में 1973 में RSS से की और बाद में जनसंघ के माध्यम से सक्रिय राजनीति में शामिल हुए।
राज्यपाल पद पर कार्यकाल:
- महाराष्ट्र: 31 जुलाई 2024 से वर्तमान
- झारखंड: 18 फरवरी 2023 से 30 जुलाई 2024
- तेलंगाना: मार्च से जुलाई 2024 (अतिरिक्त प्रभार)
- पुदुच्चेरी: मार्च से अगस्त 2024 (अतिरिक्त प्रभार)
सांसद और संगठन में भूमिका:
- 1998 और 1999 में कोयंबटूर लोकसभा क्षेत्र से सांसद
- 2003 से 2006 तक तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष
उल्लेखनीय पहल:
- 2004-2007 के दौरान तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष रहते हुए 93 दिन की रथ यात्रा का आयोजन, जिसका उद्देश्य नदियों का आपस में जोड़ना था
- आतंकवाद विरोधी पहल
- अस्पृश्यता (अछूत प्रथा) का उन्मूलन
- संसद में वस्त्र उद्योग पर स्थायी समिति के अध्यक्ष
- कई वित्तीय और सार्वजनिक उपक्रमों से जुड़ी समितियों में सक्रिय
दक्षिण भारत में बीजेपी संगठन को मजबूत करने में सी पी राधाकृष्णन की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जाती है, विशेष रूप से तमिलनाडु और केरल में।