तिरुवल्लूर (तमिलनाडु): रूस की यात्रा डॉक्टर के. जगदीश्वरन के लिए दुःस्वप्न बन गई है। डॉक्टर को सोची एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया गया और वे अभी तक भारत वापस नहीं लौट पाए हैं। उनकी पत्नी यामिनी ने केंद्र और राज्य सरकार से पति की सुरक्षित वापसी के लिए मदद की गुहार लगाई है।

यामिनी ने बताया कि डॉक्टर जगदीश्वरन को हिरासत के दौरान प्रताड़ित और अपमानित किया गया, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई। हालांकि अब उन्हें हिरासत से रिहा कर दिया गया है, लेकिन उनके दस्तावेज़ वापस नहीं किए गए हैं। इसी कारण वे सोची में फंसे हुए हैं और मॉस्को जाने में असमर्थ हैं।

डॉ. जगदीश्वरन ने 2022 में आर्मेनिया की एक यूनिवर्सिटी से मेडिसिन की पढ़ाई पूरी की और वहां रहकर प्रैक्टिस कर रहे थे। इस साल अगस्त में वे अपनी पत्नी और बच्ची के साथ तमिलनाडु आए ताकि परिवार से मिल सकें। यामिनी ने बताया कि उनके पति के मित्र शेखर मणिकंदन, जो रूस में एजुकेशनल कंसल्टेंसी चलाते हैं, ने उन्हें रूस जाने का आग्रह किया। डॉक्टर जगदीश्वरन रूसी भाषा के जानकार हैं, इसलिए उन्होंने इस यात्रा में शामिल होने का निर्णय लिया।

सोची एयरपोर्ट पर दोनों को हिरासत में लिया गया। मणिकंदन को एक सप्ताह बाद रिहा कर दिया गया, लेकिन डॉक्टर जगदीश्वरन को अभी तक भारत लौटने की अनुमति नहीं मिली। परिवार ने वकीलों की मदद से उन्हें रिहा करवा लिया, लेकिन दस्तावेज़ वापस नहीं मिले। इसके चलते वे सोची में फंसे हुए हैं।

यामिनी ने कहा कि अब उनका एक ही अनुरोध है कि सरकार उनके पति को सुरक्षित भारत वापस लाए, ताकि वे परिवार के साथ फिर से मिल सकें।