मणिपुर हिंसा मामले में कार्रवाई ना करने का आरोप झेल रहे राष्ट्रीय महिला आयोग ने अब इस पर सफाई दी है। महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने बताया कि आयोग ने बीते तीन महीनों में तीन बार ही मणिपुर में प्राधिकारियों से महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाओं के बारे में जानने के लिए संपर्क करने की कोशिश की लेकिन अधिकारियों की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई।
महिला आयोग ने दी सफाई
बता दें कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने के मामले में 12 जून को शिकायत मिली थी लेकिन आयोग ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। ये घटना चार मई की थी और इसका वीडियो 19 जुलाई को वायरल हुआ, जिससे देशभर में इस घटना को लेकर गुस्सा है और लोग दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इन रिपोर्ट्स पर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने दावा किया कि आयोग को ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली थी और वीडियो वायरल होने के बाद आयोग ने मामले में स्वतः संज्ञान लेकर कार्रवाई की है। अधिकारियों से घटना को लेकर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
महिला आयोग ने दिखाए पत्र
रेखा शर्मा ने कहा कि आयोग को महिलाओं से जुड़ी कई अन्य शिकायतें जरूर मिली थी और इनके लिए आयोग ने मणिपुर के अधिकारियों से तीन बार संपर्क किया। रेखा शर्मा ने मणिपुर के प्राधिकारियों को भेजे पत्र भी साझा किए। ये पत्र 18 मई, 29 मई और 19 जून को लिखे गए थे। मणिपुर में महिलाओं के यौन उत्पीड़न का वीडियो वायरल होने के बाद देशभर में इसके खिलाफ गुस्सा देखा जा रहा है। सरकार, विपक्ष के निशाने पर आ गई है। पुलिस ने इस मामले में अभी तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
मणिपुर में मैतई समुदाय को जनजातीय आरक्षण देने की मांग के चलते राज्य बीते तीन महीने से हिंसा की आग में जल रहा है। अभी तक इस हिंसा में 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।