भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद युसूफ पठान द्वारा सोशल मीडिया पर शेयर की गई पोस्ट ने विवाद का रूप ले लिया है। पठान ने पश्चिम बंगाल के मालदा स्थित अदीना मस्जिद की तस्वीरें साझा कीं और इसे 14वीं शताब्दी में बंगाल सल्तनत के शासक सिकंदर शाह द्वारा निर्मित ऐतिहासिक मस्जिद बताया।
हालांकि, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इस मस्जिद को आदिनाथ मंदिर बताया है और दावा किया है कि यह स्मारक वास्तव में एक मंदिर के ऊपर बना है। सोशल मीडिया पर इस पोस्ट के बाद कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं।
बीजेपी का कहना है कि मस्जिद का निर्माण 14वीं शताब्दी में हुआ और इससे पहले यहां हिंदू अनुष्ठान भी किए गए थे। पिछले साल कुछ पुजारियों ने मस्जिद परिसर में हिंदू प्रार्थना सभा आयोजित की थी, जिसके बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने कार्रवाई की थी।
एएसआई की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, अदीना मस्जिद 1369 ईस्वी की मुस्लिम वास्तुकला का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है। इसमें सिकंदर शाह का मकबरा भी स्थित है। विवाद के बाद मस्जिद परिसर को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है और सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे तथा पुलिस चौकी स्थापित की गई है।
युसूफ पठान के इस दौरे और पोस्ट ने फिर से मंदिर-मस्जिद विवाद को नए सिरे से तवज्जो दिला दी है। इस बीच, सोशल मीडिया पर विभिन्न ऐतिहासिक संदर्भों के जरिए इस मुद्दे पर बहस जारी है।