गाजा में इजरायली हवाई हमले तेज, 24 घंटे में 700 से अधिक लोगों की मौत

रफह। गाजा पट्टी पर बीते 24 घंटे में इजराइल की ओर से किए गए हवाई हमलों में 700 से अधिक लोगों की मौत हो गयी। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी। इजराइल के हमलों के कारण गाजा में स्वास्थ्य सुविधाएं बुरी तरह से प्रभावित हुईं हैं और बिजली की कमी के कारण कई अस्पतालों को मजबूरन बंद कर दिया गया है। दशकों से चले आ रहे इजराइली-फलस्तीनी संघर्ष में इस बार इजराइल की ओर से की गयी बमबारी में एक दिन में मरने वालों की यह अब तक की सबसे अधिक संख्या है। गाजा में निकट भविष्य में जानमाल का और भी बड़े पैमाने पर नुकसान होने की आशंका है, जब टैंकों और तोपखानों से लैस इजराइल की सेना हमास को कुचलने के उद्देश्य से इस क्षेत्र में अपेक्षित जमीनी स्तर पर आक्रमण शुरू करेगी।

इजराइल ने गाजा पर हमले के बाद इसकी सीमाओं को सील कर दिया है, जिसकेकारण गाजा के 23 लाख लोगों के लिए भोजन, पानी और दवा की कमी हो गई है। आवश्यक सामान की आपूर्ति के लिए एक छोटा काफिला सोमवार को गाजा में दाखिल हुआ। गाजा के विभिन्न अस्पतालों में बड़ी संख्या में घायल भर्ती हैं, जिनके इलाज के लिए बिजली की बेहद आवश्यकता है। बिजली की कमी के कारण, अस्पताल में भर्ती नवजात बच्चों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इजराइल ने मंगलवार को कहा कि उसने बीते 24 घंटे में 400 हवाई हमले किए, जिसमें हमास के कई कमांडर और लड़ाके मारे गए। उसने कहा कि ये राकेट से इजराइल में हमले करने और कमांड सेंटर को निशाना बनाने की तैयारी कर रहे थे। इससे एक दिन पहले इजराइल ने हमास के ठिकानों को निशाना बनाकर 320 हवाई हमले किए थे।

प्रत्यक्षदर्शियों और स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि इनमें से कई ने आवासीय इमारतों को निशाना बनाया जबकि कई दक्षिण गाजा में गिरीं। गाजा में इजराइल के हमलों में अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच, हमास ने इजराइल की दो वृद्ध महिलाओं को रिहा कर दिया, जिन्हें उसने बंधक बना लिया था। हमास ने सात अक्टूबर को दक्षिणी इजराइल के शहरों पर हमले कर सैकड़ों इजराइली नागरिकों को बंधक बना लिया था। इजराइल-हमास युद्ध के बीच विभिन्न देशों के नेताओं का इजराइल आकर उसके प्रति एकजुटता व्यक्त करना जारी है और इसी के तहत मंगलवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों तेल अवीव पहुंचे। मैक्रों ने हमास के हमले में मारे गए फ्रांस के नागरिकों के परिजनों से मुलाकात की। इसके बाद उनके इजराइल के शीर्ष अधिकारियों से भी मुलाकात करने का कार्यक्रम है। मैक्रों ने इजराइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्ज़ोग से मुलाकात कर कहा कि वह इजराइल के प्रति अपना समर्थन और एकजुटता व्यक्त करने तथा लोगों की पीड़ा साझा करने के साथ-साथ यह आश्वस्त करने के लिए आए हैं कि आतंकवाद के खिलाफ इस युद्ध में उसे अकेला नहीं छोड़ा जाएगा।

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